पुलिसकर्मियों ने पंचनामा बनाने के 5 हजार रुपए मांगे
मृतक के दूसरे साढ़ू भाई डॉ. प्रदीप गोयल का आरोप है कि जब वे घटनास्थल पहुंचे तो वहां पुलिसकर्मी मनमानी कर रहे थे। मौके पर मौजूद तीन पुलिसकर्मियों ने अभद्रता की और पंचनामा बनाने के 5 हजार रुपए मांगे। पुलिस वालों ने गांव वालों से पिटवाने की धमकी भी दी थी। जब हमने विरोध जताया तो पुलिस वाले हमारे वीडियो बनाने लगे।
पूर्व पार्टनर उन्हें कर रहा था परेशान
मृतक के दोस्त सुरेश का कहना है कि अनिल का मयंक मिल था, जिसमें आटा, रवा और मैदा बनाते थे। उनके दो बेटे व पत्नी हैं। उन्होंने दो साल पहले एक व्यापारी से पार्टनरी की थी। बाद में पार्टनरी बंद कर दी, लेकिन पार्टनर उन्हें धमका रहा था। झूठी एफआईआर की धमकी दे रहा था। रोज की तरह वे बुधवार सुबह 9 बजे घर से निकले। कुछ देर मिल पर रुके। तब एक व्यापारी से उनकी मुलाकात भी हुई। फिर वे अपनी एक्टिवा से चले गए। 10.30 बजे पत्नी से सामान्य बात हुई। फिर 12.30 बजे मुनीम से आखिरी बात हुई।
इसके बाद उनका फोन बंद हो गया। इसके बाद शाम 6.30 बजे फोन लगा, लेकिन रिसीव नहीं हुआ। हम भंवरकुआं थाने पहुंचे। गुमशुदगी दर्ज करवाई। उनकी टॉवर लोकेशन निकाली तो सनावदिया रोड आ रही थी। रात 1.30 बजे तक उन्हें खोजते रहे, नहीं मिले तो घर लौट आए। सुबह शव मिलने की सूचना मिली।
कंपेल पुलिस चौकी प्रभारी विश्वजीत सिंह तोमर का कहना है हमें सुबह 7 बजे सूचना मिली। शव उतरवाया और परिजन 9 बजे बाद पहुंचे। परिजन कह रहे थे जल्दी करें। हमने इंदौर से एफएसएल टीम बुलवाई। शव को पीएम के लिए भेजा। पास ही उनकी एक्टिवा मिली, जिसमें जहर की शीशी थी।
जेब में पर्स मिला, जिसमें ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर पहचान हुई। कोई वारदात होती तो आरोपी जेब से पर्स निकालकर पहचान भी छिपा सकता था। एक चश्मा लगा था और दूसरा टीशर्ट पर था। हम हर बिंदु पर जांच कर रहे हैं। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट, कॉल डिटेल और बयानों के बाद कुछ कहा जा सकेगा।