JABALPUR में डॉक्टर हॉस्पिटल छोड़कर भागे, ऑक्सीजन खत्म होते ही हंगामा, 5 की मौत - MP NEWS

जबलपुर
। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। बुधवार को रिछाई स्थित एक लिक्विड प्लांट में आई खराबी से दो अस्पतालों में लाइफ सपोर्ट पर भर्ती 84 मरीजों की जान पर बन आई। 

गुरुवार तड़के आगा चौक स्थित लाइफ मेडिसिटी हार्ट सेंटर में ऑक्सीजन समाप्त होने से 82 वर्षीय वृद्धा ने दम तोड़ दिया। वहीं चार मरीजों की हालत भी नाजुक हो चुकी है। सुखसागर मेडिकल कॉलेज में 4 भी मरीजों की मौत हो गई। परिजनों के हंगामा करने पर डॉक्टर व स्टाफ भाग गए। आनन-फानन में 10 सिलेंडर किसी तरह मांग कर लगाए गए।   

यादव कॉलोनी निवासी अनिल खत्री अपनी 82 वर्षीय मां को रविवार को लेकर अस्पताल में आए थे। तब उनकी मां का ऑक्सीजन लेवल 60 पर था। उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था। अनिल खत्री के मुताबिक उनकी मां ने इलाज के बाद काफी रिकवर किया था। बुधवार की रात में उनका लाइफ सपोर्ट के साथ ऑक्सीजन लेवल 99 पर पहुंच गया था। रात में दो बजे ऑक्सीजन का प्रेशर कम होते ही हालत बिगड़ने लगी। तड़के चार बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।

लाइफ मेडिसिटी अस्पताल में कोरोना के 104 मरीज भर्ती हैं। इसमें 60 ऑक्सीजन सपोर्ट पर और 44 वेंटिलेटर पर हैं। ऑक्सीजन समाप्त होने और एक महिला की मौत के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व नर्स अस्पताल छोड़कर भाग खड़े हुए। परिजन फोन लगाकर अधिकारियों को परेशान हो गए। वहां कोई सुध लेने वाला नहीं था। अस्पताल के प्रबंधक डाॅक्टर मुकेश श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे, लेकिन आक्रोशित परिजनों को देखकर वे भी मूक दर्शक बने रहे। इस दौरान फोन पर ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करते रहे।

ऑक्सीजन समाप्त होने की खबर मिलते ही मौके पर सीएसपी मिश्रा, टीआई लार्डगंज, कोतवाली व मदनमहल और लाइन का बल पहुंच गया। हंगामा कर रहे परिजनों को किसी तरह शांत कराया गया। अस्पताल के प्रबंधकों से बात कर तुरंत ऑक्सीजन का इंतजाम करवाया गया। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा पल-पल की अपडेट लेते रहे। लगभग 8.30 बजे मौके पर एसडीएम शाहिद खान को भेजा गया।

अस्पताल के प्रबंधक डॉक्टर मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि रोज 250 सिलेंडर लगते हैं। बुधवार को ऑक्सीजन प्लांट में खराबी आने की वजह से सिलेंडर नहीं मिल पाया। दोनों ही प्लांटों में खाली सिलेंडर लेकर हमारा स्टाफ खड़ा है। ऑक्सीजन ही नहीं मिल पा रहा है। हम क्या करें। अब तो प्रशासन ही कोई इंतजाम करा सकता है। बिना ऑक्सीजन के मरीजों का इलाज चुनौती है।

चरगवां रोड स्थित सुखसागर मेडिकल कॉलेज में भी रात से ही ऑक्सीजन समाप्त हाे गया। वहां 200 से अधिक मरीज भर्ती हैं। यहां भी 100 से अधिक मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर और 40 वेंटीलेटर पर हैं। रात में ऑक्सीजन समाप्त होने के बाद से सुबह तक चार लोगों की मौत हो गई। यहां भी परिजन हंगामा करते रहे। मौके पर बरगी पुलिस को हालात संभालना पड़ा।

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