MP में शिक्षकों को अस्पतालों में तैनात कर दिया परंतु कोरोना योद्धा घोषित नहीं किया - EMPLOYEE NEWS

जबलपुर
। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने कोरोनावायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए तैनात किए गए शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों को कोरोना योद्धा घोषित करने की मांग की है। संघ ने बताया कि अब तो शिक्षकों को अस्पतालों तक में तैनात किया जाने लगा है। इसलिए शिक्षकों को योद्धा घोषित करना जरूरी हो गया है। बीते रोज अलीराजपुर में कोरोनावायरस संक्रमण का सर्वे करने गए शिक्षकों को ग्रामीणों की भीड़ के हमले का शिकार होना पड़ा। इस हमले में मृत्यु भी हो सकती थी।

मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रान्तीय महामंत्री योगेन्द्र दुबे ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि मध्यप्रदेश शासन के निर्देशों पर कोरोना महामारी में प्रथम लहर से वर्तमान द्वितीय लहर में लगातार शिक्षक संवर्ग के लोक सेवकों (प्राचार्य, व्याख्याता, शिक्षक, उच्चतर माध्यमिक शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक एवं प्राथमिक शिक्षक, अध्यापक संवर्ग) विभिन्न कार्यों जैसे – लोगों को प्रेरित कर टीकाकरण अभियान से जोड़ना, रोको-टोको अभियान, कोरंटाइन सेंटर, कंटेनमेंट एरिया का सर्वे कार्य, टोल नाकों, चूंगी नाकाओं पर, सड़क पर पुलिस के जवानों के साथ मजिस्ट्रेट की भूमिका में तैनात, हवाई अड्डा, बस स्टेण्ड, रेल्वे स्टेशनो, हास्पिटल, नगरपालिका, नगर निगम, राशन दुकान, प्रवासी मजदूरों को बसों से जिला व गांव तक पहुचाना, भोजन वितरण का कार्य आदि कार्यों में ड्यूटी लगाई गई है। 

शिक्षक संवर्ग के लोक सेवक बड़ी मुस्तैदी के साथ शासन के निर्देशों का पालान करते हुए कोरोना महामारी की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस कमियों व राजस्व विभाग के समान ही कंधे से कंधा मिलाकर कार्य निष्पादन कर रहें है। शिक्षक इस महामारी के दौर में विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए ऑनलाईन क्लास के साथ-साथ मोहल्ला क्लास चलाकर छात्रों को पढ़ा रहें थे व वर्तमान में हाई स्कूल हायर सकेण्डी की प्री-बोर्ड परीक्षा, प्रायोगिक परीक्षा व 9वीं-11वीं के परीक्षा परिणाम हेतु दिन प्रति दिन कार्य में लगे हुए हैं। 

विगत एक वर्ष में सैकड़ों शिक्षकों उक्त कार्य निष्पादन के दौरान इस महामारी से संक्रमित होकर अपनी जान निछावर करते हुए शहीद हो चुके हैं व कुछ इस बीमारी से लड़ते हुए अस्पतालों में भर्ती हैं परन्तु शासन द्वारा शिक्षकों को कोरोना वारियर्स घोषित न किये जाने के कारण उनके परिजनों को अनोकों प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विगत दिनों जबलपुर कलेक्टर द्वारा जिले की लगभग 50 शिक्षकों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में अधिकारी के सहायक के रूप में नियुक्त किया गया है। 

संघ के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, संजय यादव, चन्दु जाउलकर, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डेय, ब्रजेश मिश्रा, वीरेन्द्र चन्देल, एस.पी.बाथरे, मनोज सिंह, चुरामन गुर्जर, सी.एन.शुक्ला, राकेश राव, सतेन्द्र ठाकुर, गोविन्द बिल्थरे, रजनीश तिवारी, बी.डी.गुप्ता, आर.क.गोलाटी, वीरेन्द्र तिवारी,घनश्याम पटेल, अजय दुबे, शाहिल सिद्दीकी, शुसेन्द्र सेंगर आदि द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जो को ई-मेल के माध्यम से ज्ञापन भेजकर निवेदन किया गया है कि स्वास्थ्य विभाग, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मियों व राजस्व विभाग के समान ही कोरोना कार्य में लगे समस्त शिक्षक संवर्ग के लोक सेवाकों को भी कोरोना वारियर्स घोषित किया जावे ताकि शासन की कोरोना वारियर्स योजना का लाभ प्राप्त हो सके।

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