चिरायु हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव को करनी पड़ी सफाई, गंदगी में रहना मुश्किल हुआ / BHOPAL NEWS

भोपाल। किसी भी मरीजों को विशेष देखरेख और साफ-सफाई की जरूरत होती है, लेकिन राजधानी के चिरायु अस्पताल में यह व्यवस्था ध्वस्त दिखाई दे रही है। यहां भर्ती मरीजों ने आरोप लगाया है कि प्रबंधन हर दिन यहां सफाई नहीं करवाता है। इतना ही नहीं वार्ड, शौचालय और कॉरिडोर भी गंदे रहते हैं। इसमें ही मरीजों को रहना पड़ रहा है। बार-बार शिकायतें करने के बावजूद जब प्रबंधन नहीं माना तो यहां के एक मरीज ने स्वयं ही सफाई करना शुरू कर दिया।    

हैरत की बात तो यह है कि जिस मरीज ने वार्ड में सफाई करना शुरू किया वह खुद ही कोरोना संक्रमित है। ऐसे में सफाई करना इनके लिए महंगा पड़ सकता था लेकिन गंदगी उन्हें नगवार गुजरी। बता दें कि इस अस्पताल में करीब 370 मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं अब तक 570 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो गए हैं। इसके बावजूद वर्तमान में जो लोग यहां उपचार ले रहे हैं वे कह रहे हैं कि इससे अच्छा तो हमें घर पर ही उपचार कि लिए रख दिया जाता।

चिरायु अस्पताल में भर्ती कुछ मरीजों ने आरोप लगाया है कि यहां पर जो सफाईकर्मी सफाई कर रहे हैं। वे ही मरीजों को खाना बांटने का काम करते हैं। इतना ही नहीं यहां पर मरीजों के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था भी नहीं है। तीन दिन में एक बार शौचालयों की सफाई होती है। पोछा लगाने के लिए किसी फिनाइल का उपयोग नहीं किया जाता है। वहीं शिकायत करने पर प्रबंधन स्पष्ट कहता है कि हमें इतना ही स्टॉफ दिया गया है इसलिए सफाई नहीं हो पाती है।

मरीजों ने बताया कि इस अस्पताल में मरीजों की संख्या ज्यादा है। कुछ को वीआईपी ट्रिटमेंट दिया जाता है तो बाकी मरीजों को एक हॉल में 30 बेड लगाकर रखा गया है। अपने बिस्तर की बेडशीट बदलने के लिए भी खुद ही कवायद करनी पड़ती है। प्रबंधन ने चादर मांगने पर ही मिलती है।

हमारे अस्पताल में वर्तमान में 300 मरीजों का इलाज चल रहा है। पर्याप्त संख्या में सफाईकर्मी है और समय पर सफाई भी होती है। खाना पैकेट में दिया जाता है ताकि संक्रमण ना फैले। डिसपोजेबल बेस्ट को इंसीनिरेटर में डालकर नष्ट किया जाता है। वहीं राउंड द क्लॉक सफाई की जाती है।
अजय गोयनका, चैयरमैन

कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने यह कहा 

अस्पताल में अब तक कोई शिकायत नहीं आई है। मैं इस मामले को दिखवाता हूं। प्रबंधन से बातचीत की जाएगी कि समय पर सफाई की जाए।


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