दिमाग से निकाल दीजिए UPSC क्लियर करने 20 घंटे पढ़ना जरूरी है: पूनम दहिया / IAS EXAM TIPS

गर्भावस्था के 9वें महीने में UPSC की परीक्षा क्लियर करने वाली पूनम दहिया का कहना है कि जब भी कोई व्यक्ति यूपीएससी की परीक्षा देता है तो वह IAS बनने के लिए लिखता है। ऐसे में खुद में आत्मविश्वास का होना सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर आप ये सोचते हैं कि 20 घंटे पढ़ाई करने के बाद ही UPSC की परीक्षा क्लियर होती है, तो ये बात अपने दिमाग से निकाल दीजिए। अगर आप यूपीएससी की परीक्षा पास करना चाहते हैं, तो रोज पढ़ना जरूरी है। भले ही आप 6 घंटे पढ़ रहे हैं, लेकिन रोजाना पढ़ें। ऐसा न हो आज पढ़ लिया, कल छोड़ दिया या फिर आज 18 घंटे पढ़ लिया उसके बाद तीन दिन तक नहीं पढ़ा। इसी के साथ अपने ऊपर पूरा विश्वास रखें कि आप ये काम कर सकते हैं।

तीन बार UPSC की परीक्षा पास करने वाली पूनम ने अपने स्ट्रगल के दौर को याद करते हुए बताया कि ये राह पहले उनके लिए बिल्कुल आसान नहीं थी। उन्होंने ने भी कई बार एग्जाम में हार का सामना किया लेकिन ये उनकी कड़ी मेहनत थी, जिससे कि एक बार नहीं बल्कि तीन-तीन बार UPSC एग्जाम क्लियर करके उन्होंने विजय हासिल की। उन्होंने बताया, 'जब मैंने यूपीएससी की परीक्षा पहली बार क्लियर की थी उस वक्त मेरी रैंक कम थी और मुझे रेलवे (RPF) मिला था। ऐसे में रैंक बढ़ाने के लिए फिर से यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुई, जिसे उन्हें फिर रेलवे मिला जो एक अलग सेवा (IRPS) थी. तीसरी बार में परीक्षा पास करने के बाद वह IRS ऑफिसर बन गईं।'

प्राइमरी स्कूल टीचर से हुई करियर की शुरूआत

इससे पहले वह पहले प्राइमरी स्कूल में टीचर थीं। 21 साल की उम्र में दिल्ली के MCD स्कूल में उनकी सरकारी नौकरी लग गई थी। ग्रैजुएशन के बाद उन्होंने बैंक पीओ का फॉर्म भरा जो क्लियर हो गया था, जिसके बाद स्टेट बैंक में पीओ के पद पर नौकरी की। बैंक पीओ पद पर काम करने के बाद उन्होंने SSC की परीक्षा दी, जिसमें उनकी ऑल ओवर इंडिया में सातवीं रैंक आई थी। इतनी अच्छी रैंक आने के बाद पूनम ने 28 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा का पहला प्रयास किया था। उस समय यूपीएससी में जनरल कैटेगरी वालों के लिए आवेदन करने की अधिकतम उम्र सीमा 30 साल हुआ करती थी जो कि वर्तमान में 32 साल है।

गर्भवती 9वां महीना होने के बावजूद दी UPSC परीक्षा

पूनम ने बताया कि उन्होंने साल 2011 में तीसरा अटेम्प्ट लिया था, जिसके बाद प्रीलिम्स क्लियर नहीं हुआ और यूपीएससी की यात्रा यही समाप्त हो गई, ऐसे में उन्होंने हरियाणा सिविल सर्विसेज की परीक्षा दी थी, जो क्लियर हो गई थी। फिर हरियाणा पुलिस में शामिल हो गई। पूनम ने कहा, किस्मत सबसे बड़ी चीज होती है। कुछ सालों बाद सरकार की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी हुआ जिसमें कहा गया था कि जिसने साल 2011 में यूपीएससी की परीक्षा दी थी, उसे दोबारा मौका दिया जा रहा है क्योंकि उस दौरान सिलेबस में कुछ बदलाव हुआ था। जब पूनम ने 2015 में यूपीएससी की परीक्षा दी उस समय प्रीलिम्स के दौरान गर्भवती थीं और उनका नौंवा महीना चल रहा था। वहीं जब मेन्स का पेपर दिया उस उनका बेटा ढाई महीने का था। ये मुश्किल सफर था। इस दौरान उनकी काफी अच्छी रैंक आई और IRS ऑफिसर के पद पर नियुक्ति हुई।

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