ग्वालियर। भले ही पूरे भारत में लोग अवसर का लाभ उठाने के लिए आत्म सम्मान से समझौता कर लेते हो परंतु ग्वालियर में आज भी सम्मान के लिए संपत्ति दाव पर लगा दी जाती है। ऐसे ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया नई तरह की राजनीति कर रहे हैं। इन दिनों अपने धुर विरोधियों से संबंध बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
भू-माफिया बताने वाले प्रभात झा को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी
ग्वालियर में यदि सिंधिया विरोधियों की लिस्ट बनाई जाए तो प्रभात झा का नाम टॉप-5 में आएगा। सब जानते हैं कि प्रभात झा आज भी ज्योतिरादित्य सिंधिया को पसंद नहीं करते। बावजूद इसके ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रभात झा को जन्मदिन पर बधाई दी है। वह भी तब जब प्रभात झा पूर्व (प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य) हो चुके हैं। फिलहाल प्रभात झा बेरोजगार हैं और उनका कोई खास जनाधार भी नहीं है।
प्रभात झा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भूमाफिया बताया था
राजनीति में प्रतिस्पर्धी पार्टी के नेता का विरोध सामान्य बात है परंतु ज्योतिरादित्य सिंधिया के संदर्भ में प्रभात झा की बात कुछ और है। सन 1857 का जिक्र तो सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी किया था परंतु प्रभात झा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को ना केवल भूमाफिया बताया था बल्कि दस्तावेजों के साथ मीडिया के सामने आकर अपने दावे को प्रमाणित करने का प्रयास भी किया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रभात झा के बीच भू माफिया को लेकर जो संघर्ष हुआ वह मध्य प्रदेश की राजनीति के इतिहास में दर्ज है।
2023 की तैयारी कर रहे हैं महाराज
बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया आने वाले विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारी कर रहे हैं। एक तरफ वह अपना जनाधार बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में अपने विरोधियों को इसलिए शांत करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि जब जरूरत पड़े तो दिल्ली में वह सब कुछ ना हो जो कांग्रेस पार्टी में उनके साथ हुआ।