भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल एवं इंदौर शहर में नाबालिग लड़कियों की प्राइवेट पार्टी आयोजित करने वाले प्यारे मियां के मामले में बॉलीवुड एक्टर रजा मुराद ने भोपाल पुलिस के सामने पेश होकर बयान दर्ज कराए। रजा मुराद का नाम एक ऐसी सोसाइटी में बतौर सदस्य दर्ज है, जिसका गठन फर्जी तरीके से किया गया था।
एक्टर रजा मुराद ने अपने बयानों में बताया कि वह अंग्रेजी में साइन करते हैं और अपना पूरा रजा मुराद नाम लिखते हैं। जबकि प्यारे मियां ने उर्दू में उनके जाली साइन कर सिर्फ रजा नाम लिखा है। पुलिस ने अब इस बयान को केस डायरी में शामिल किया है। रजा मुराद ने बताया कि उनका भोपाल के अंसल अपार्टमेंट में एक फ्लैट है। इसमें वह कभी भी नहीं रहे लेकिन यहां फ्लैट होने के कारण वो अपार्टमेंट की मुख्य सोसाइटी के सदस्य हैं। प्यारे मियां ने इसकी आड़ में जो फर्जी सोसाइटी बनायी है, उसमें वह कभी सदस्य नहीं रहे। रजा मुराद ने बताया कि उन्होंने पूरी सच्चाई पुलिस को अपने बयानों में बताई। पुलिस से उन्होंने इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है वह कभी भी प्यारे मियां की फर्जी सोसाइटी के सदस्य नहीं रहे हैं।
ये है पूरा मामला
श्यामला हिल्स थाना प्रभारी तरुण भाटी ने बताया कि आरोपी प्यारे मियां ने अंसल अपार्टमेंट के ई-ब्लॉक में अपनी पत्नियों और बेटे के नाम से तीन फ्लैट लिए थे। इसी ब्लॉक में भारती एयरटेल कंपनी का भी एक फ्लैट था। बिल्डिंग की छत पर कंपनी का एक मोबाइल टावर भी लगा हुआ था, जिसका संचालन एयरटेल कंपनी कर रही थी। 10 साल पहले प्यारे मियां ने वकील के माध्यम से कंपनी को नोटिस भेजकर टावर हटाने की बात कही। इसके साथ ही वह कंपनी के कर्मचारियों को विभिन्न तरीकों से परेशान करने लगा।
कंपनी ने जब प्यारे मियां से बात की तो उसने टावर के किराये का पैसा मांगा। इस तरह कंपनी से करीब सवा करोड़ रुपए उसने ऐंठ लिए। बाद में पुलिस में शिकायत की गयी कि एयरटेल कंपनी की तरफ से कहा गया था कि वह किसी व्यक्ति नहीं, बल्कि सोसायटी से अनुबंध करते हैं। इस पर प्यारे मियां ने ई-ब्लॉक में रहने वाले आठ लोगों के नाम से फर्जी सोसायटी बना ली। इसी मामले में रजा मुराद का कहना है उसके जाली साइन प्यारे मियां ने किए और अब इसी केस में रजा मुराद सरकारी गवाह बनकर अपने बयान दर्ज कराने आए थे।