भोपाल। रिश्वत में नोटों से भरा बैग लेने के आरोप में सस्पेंड किए गए मध्य प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के जनरल मैनेजर एपी सिंह की कहानियां सुर्खियों में आ गई है। बताया जा रहा है कि एपी सिंह खुद को विंध्य क्षेत्र का सबसे ताकतवर अधिकारी मानते थे। विंध्य के दिग्गज भाजपा और कांग्रेस नेताओं से उनके अच्छे संबंध बताए जाते हैं।
मप्र औद्योगिक विकास निगम (MPIDC) के अधिकारी एपी सिंह के बारे में बताया जाता है कि वह 17 जनपद पंचायत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर पदस्थ रह चुके हैं। पॉलिटिकल एप्रोच के चलते मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम में पहुंच गए थे। कुछ समय पहले उनका ट्रांसफर हो गया था लेकिन हाई कोर्ट से स्टे ले आए थे। लोगों का कहना है कि श्री सिंह खुद को विंध्य क्षेत्र के एक दिग्गज भाजपा नेता का रूममेट बताते हैं और इसी के समकक्ष कांग्रेस नेता के साथ अपनी करीबी की बातें करते हैं।
बैग में रिश्वत की रकम थी या कुछ और...
फिलहाल एपी सिंह को सिर्फ सस्पेंड किया गया है। प्रशासनिक दृष्टि से निलंबन कोई सजा नहीं होती बल्कि व्यवस्था होती है। निलंबन से तात्पर्य आरोप का प्रमाणित हो जाना नहीं होता बल्कि स्वतंत्र जांच के लिए व्यवस्था करना होता है। बताया जा रहा है कि उस बैंक में 1100000 रुपए थे जो हरियाणा की कंपनी से लिए गए थे। इन्वेस्टिगेशन के दौरान पता लगाया जाएगा कि उस बैग में जो रकम थी वह रिश्वत की थी या किसी और चीज के लिए थी।