जबलपुर। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को मध्यप्रदेश शासन द्वारा न्यूनतम मानदेय 18000 रूपये एवं आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 9000 रूपये किया जाये।
इसके साथ ही आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को सामाजिक सुरक्षा के तहत सामान्य भविष्य निधि पेंशन, ग्रैजुएट एवं चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराया जाये , क्योंकि ये कार्यकर्ता जनसंख्या सर्वे , कोरोना सर्वे , आधार कार्ड बनवाना , जनगणना कार्य एवं समस्त शासकीय योजनाओं के प्रचार प्रसार में अपनी सहभागिता देती है।
ग्रामीण क्षेत्र में किशोरी बालिकाओं की जांच गर्भवती माताओं की जांच एवं टीकाकरण में सहयोग प्रदान कर संस्थागत प्रसव को बढाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं एवं स्वयं के व्यय पर मोबाइल के माध्यम से समस्त जानकारी शासन को भेजती हैं जिसमे भारी मात्रा मे मोबाईल डाटा व्यय होता है परंतु शासन द्वारा आज भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 10000 एवं आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 5000 रूपये ही मानदेय प्रदान किये जाते हैं इससे इनका जीवन यापन कठिन हो जाता है एवं उन्हे आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
शासन की योजनाओं को आनलाईन प्रविष्टी के लिए जिस प्रकार स्वास्थ्य विभाग की सीएचओ को लैपटाप दिये गये हैं उसी प्रकार आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को भी शासन से लैपटाप उपलब्ध कराया जाये।
संघ के योगेन्द्र दुबे ,अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, नरेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पाण्डेय, आशुतोष तिवारी, वीरेन्द्र तिवारी, घनश्याम पटेल, अजय दुबे, मुन्नालाल पटेल, ब्रजेश मिश्रा, वीरेन्द्र चंदले, एस पी बाथरे, परशुराम तिवारी, सी एन शुक्ला, पंकज जायसवाल, योगेश कपूर, रामकृष्ण तिवारी, अिमत गौतम, सुधीर गौतम, नितिन शर्मा, श्यामनारायण तिवारी, मो तारिक, धीरेन्द्र सोनी, संतोष तिवारी, प्रियांशु शुक्ला आदि ने ई मेल कर माननीय मुख्यमंत्री जी से मांग की है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं/ सहायिकाओं का मानदेय बढाया जाये व लैपटाप प्रदाय किया जाये।