ज्योतिरादित्य सिंधिया विरोधियों से घिरे: श्रद्धांजलि के शब्द वापस ले लिए थे - MP NEWS

भोपाल
। ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर सुर्खियों में है और विरोधियों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया है। मामला भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि का है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने श्रद्धांजलि के शब्द वापस ले लिए थे। 

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने श्रद्धांजलि के शब्द वापस लिए

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा कि 'आधुनिक भारत के निर्माता, भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें मेरा कोटि-कोटि नमन|' थोड़ी देर बाद उन्होंने श्रद्धांजलि के उपरोक्त शब्दों को वापस लेते हुए नई श्रद्धांजलि जारी की जिसमें लिखा 'पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें मेरा कोटि-कोटि नमन|' 

ज्योतिरादित्य सिंधिया को विरोधियों ने घेरा 

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेता डा. धर्मेद्र बापजेपी को टैग करते हुए लिखा- सिंधिया के बैकफुट पर आने पर मुझे आश्चर्य नहीं हुआ। डा. बाजपेयी ने लिखा था कि जैसे ही सिंधियाजी ने भारत रत्न राजीव गांधी को आधुनिक भारत के निर्माता कहा, शायद सुल्तान-ए-हिंद नाराज हो गए। फिर यह लाइन हटाकर सुल्तान को खुश करने का प्रयास किया। इस नाजुक समय में सुल्तान की खुशी का ध्यान रखना क्यों जरूरी है, सभी बेहतर जानते हैं।

कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने लिखा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी स्व राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आपके द्वारा उनका स्मरण स्वागतारोग्य पर पहला ट्वीट डिलीट कर दूसरा करना आश्चर्यजनक है। शायद स्वयंभू विश्वगुरु आपके द्वारा राजीव जी को आधुनिक भारत का निर्माता लिखने से तिलमिला गए होंगे।

कांग्रेस के मीडिया समन्वय नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया पर सिंधिया को टैग करते हुए लिखा- क्या बीजेपी में एक जनसेवक को सच लिखने में भी इतना डर है? ये (बीजेपी) मोदी-शाह की पार्टी है, कांग्रेस नहीं। जहां विचारों की स्वतंत्रता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधुनिक भारत के शिल्पकार

बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आधुनिक भारत के निर्माण का शिल्पकार प्रचारित कर रही है। ऐेसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया का सोशल मीडिया पर इसका श्रेय राजीव गांधी को देना पार्टी लाइन के खिलाफ माना गया। यही कारण है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की मित्र राजीव गांधी को अर्पित किए गए श्रद्धांजलि के शब्द वापस लेने पड़े।

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