मध्यप्रदेश के सतना जिले के बरौंधा थाना अंतर्गत साड़ा के जंगल में शुक्रवार की शाम पेड़ पर लटकी हुए तीन कंकाल मिले। इनमें से एक महिला, दूसरा बालक और तीसरा नाबालिग लड़का है। बताया जा रहा है कि तीनों की मृत्यु करीब 12 दिन पहले हुई होगी। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव ने मामले को संदिग्ध मानते हुए क्राइम एक्सपर्ट से सलाह ली। FSL रीवा के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. आरपी शुक्ला को बरौंधा बुलाया।
तीनों 29 मार्च से लापता हैं, अफेयर की संभावना
बरौंधा पुलिस को शाम को साड़ा के जंगल में तीन शव फंदे लटके होने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस बल जंगल में पहुंचा। मृतकों की पहचान ग्राम पंचायत साड़ा के भवानीपुर निवासी कुसुमकली (32), बेटा आशीष (5) और एक अन्य सुशील राम आसरे यादव (17) के रूप में हुई है। तीनों 29 मार्च से घर से लापता थे। तीनों की गुमशुदगी भी थाने में दर्ज है। पुलिस ने इस मामले में प्रेम प्रसंग की संभावना जताई है। मामले की जानकारी जिला मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है।
जब घर से भाग गए थे तो फिर सुसाइड क्यों किया
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि यह एक लव स्टोरी का अंत है तो फिर इसे इस तरह नहीं होना चाहिए था। जब महिला अपने मुंह बोले देवर के साथ सफलतापूर्वक घर से भाग गई थी तो फिर जंगल में अपने बच्चे के साथ सुसाइड करने की जरूरत क्या पड़ी है। यदि दोनों ने घर से निकल कर सुसाइड करने का फैसला किया था तो महिला कम से कम अपने बच्चे को घर छोड़ जाती। कहीं ऐसा तो नहीं कि किसी ने पीछा करके उन्हें पकड़ लिया और फिर तीनों को जिंदा फांसी पर लटका दिया गया।