ग्वालियर। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में आकर कैबिनेट मंत्री बने ग्वालियर के नेता प्रद्युम्न सिंह तोमर पर गंभीर आरोप लगा है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा ने मंत्री के बंगले के बाहर प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि उन्होंने जनता के लिए आए ऑक्सीजन एवं इंजेक्शन के कोटे पर कब्जा कर लिया है। ग्वालियर में लोगों को गंभीर स्थिति होने पर डॉक्टर के नहीं बल्कि मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की मर्जी से ऑक्सीजन मिल रही है।
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर नौटंकी कर रहे हैं
BJP के पूर्व शहर जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा ने कोविड प्रभारी मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर के बंगले के बाहर बिस्तर बिछाकर धरना दिया। श्री देवेश शर्मा ने गंभीर स्थिति में आ गए 5 मरीजों को इंजेक्शन और ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से निवेदन किया था परंतु मंत्री तोमर ने ऑक्सीजन नहीं थी। इसी बात से नाराज होकर देवेश शर्मा ने धरना दिया। जब मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर उनसे मिलने आए तो खूब खरी-खोटी सुनाइए और स्पष्ट कहा कि महामारी के वक्त इस तरह की नौटंकी ना करें।
अटल जी के भांजे अनूप मिश्रा ने भी आरोप का समर्थन किया
ग्वालियर के वरिष्ठ एवं प्रभावशाली भाजपा नेता और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के भांजे अनूप मिश्रा ने जो ट्वीट किया है, वह देवेश शर्मा के आरोप का समर्थन करता है। अनूप मिश्रा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को ट्वीट करते हुए लिखा है कि ऑक्सीजन और रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है। यह चीजें आम आदमी के बहुत से दूर हो गई है और दलालों एवं कुछ नेताओं के पास उपलब्ध है। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि जनता से माफी मांगने के बजाय दलालों और जनता की जान के दुश्मन नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।