ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में राज्य साइबर पुलिस ने दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक पिछले साल झारखंड के जामताड़ा में ठगी की ट्यूशन लेकर आया है। इसके बाद उसने यहां आकर ठगी शुरू कर दी। आरोपी ने अंचल के 40 से ज्यादा गांव के किसानों को आयुष्मान कार्ड बनाने का झांसा दिया। इसके लिए थम्ब इम्प्रेशन लेकर लाखों रुपए खाते से उड़ा लिए। दोनों आरोपी भिंड के रहने वाले हैं। इनके बैंक अकाउंट से पुलिस को 7 से 8 लाख रुपए मिले हैं।
राज्य साइबर पुलिस जोन ग्वालियर SP सुधीर अग्रवाल के निर्देशन में राज्य साइबर पुलिस जोन ग्वालियर ने कार्रवाई की। पकड़े गए ठग अमन और राकेश है। इनमें से एक अमन पिछले साल झारखंड के जामताड़ा में ठगी के गुर सीखकर आया था। SP साइबर सुधीर अग्रवाल ने बताया, यह ठग अन्य साइबर अपराधों की तरह ऑनलाइन ठगी नहीं करते। यह सामने आकर वारदात को अंजाम देते हैं। यह डिजिटल पेमेंट के लिए बनाए गए AEPS (आधार इनबिल्ड पेमेंट सिस्टम) को टारगेट करते हैं।
दोनों ठग ग्वालियर-चंबल अंचल के 30 से 40 गांव के आधा सैकड़ा किसानों से लाखों रुपए ठग चुके हैं। इन्हें पता था कि सभी बैंक खातों से आधार लिंक है। यह गांव में पहुंचकर वहां खुद को स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी बताकर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए गांव के लोगों को तैयार करते थे। इसके बाद कार्ड बनाने के लिए उनका थंब इम्प्रेशन मशीन पर लेते ही उनके खाते को साफ कर देते थे। इतनी चालाकी से यह काम करते थे कि किसानों को पता ही नहीं चलता था।
दोनों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश करने से पहले कोविड टेस्ट कराया है। एक आरोपी कोविड पॉजिटिव निकला है। उसको पकड़ने वाली टीम, पूछताछ करने वाले अफसर अब घबरा रहे हैं। उनको एसी ऑफिस में भी पसीना आ रहा है।