घरों में बनाए कपड़ों के मास्क पर भारत सरकार की एडवाइजरी, पढ़िए | NATIONAL NEWS

Advisory for coronavirus Homemade cloth mask by government of India


नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से पहले ही मास्क एवं सैनिटाइजर की कालाबाजारी शुरू हो गई थी। दवा माफिया को शायद इसका अंदाजा था इसलिए उसने सारा माल स्टॉक कर लिया था परंतु लोगों ने घरों में कपड़े से मास्क बनाए और उपयोग करने लगे। भारत सरकार ने इस संदर्भ में एडवाइजरी जारी की है। आइए जानते हैं सरकार ने घरों में बनाए गए कपड़ों के मास्क के बारे में क्या कहा है।

क्या कपड़े के मास्क से कोरोनावायरस के संक्रमण को रोका जा सकता है

Are masks effective against the coronavirus disease?

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एजवाइजरी के मुताबिक, घर में बने मास्क पहनने से बड़े पैमाने पर लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकेगा। घर से निकलते वक्त लोग कपड़े से घर में बने मास्क जरूर पहनें। कुछ देशों में इस तरह के मास्क इस्तेमाल से फायदा भी मिला है। 

क्या भारत की तरह अमेरिका में भी कपड़े के मास्क बनाए जा रहे हैं

इससे पहले, अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सभी नागरिकों से गैर मेडिकल ग्रेड मास्क (घरेलू मास्क) इस्तेमाल करने को कहा था। अमेरिकी के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने भी अपील की थी कि अमेरिकी लोग कपड़े या फैब्रिक से बने मास्क पहनें। इस तरह के मास्क को या तो ऑनलाइन खरीदा जा सकता है या फिर इन्हें घर पर ही बनाया जा सकता है। सामान्य लोगों को मेडिकल ग्रेड मास्क नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि ये बेहद कम संख्या में हैं और लोगों की जान बचाने में जुटे मेडिकल स्टाफ के लिए इनकी उपलब्धता जरूरी है।

कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों को कौन से मास्क पहनना चाहिए

एडवाइजरी में कहा गया है कि घर में बनाए गए मास्क स्वस्थ लोगों में संक्रमण को फैलने से रोकेंगे। ये मास्क हेल्थ वर्कर्स, कोरोना के मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों और खुद मरीजों के लिए नहीं है। इन लोगों को विशेष मेडिकल ग्रेड मास्क पहनने की जरूरत है। सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर की ओर से इस पर एक मैनुअल भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि देश में घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को विशेष तौर पर मास्क पहनना चाहिए। 

कपड़े के मास्क: उपयोग के लिए गाइडलाइन

एडवाइजरी में बताया गया कि घर पर बनाया गया मास्क संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर निकलने वाली बूंदों (ड्रॉपलेट्स) को आप तक पहुंचने से रोकता है। इसे रोज धोकर ही इस्तेमाल में लाना चाहिए। साथ ही मास्क लगाए होने के बावजूद सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ध्यान रखना चाहिए। 

मास्क किस कपड़े का बनाना चाहिए, कौन से पानी से धोना चाहिए

मैनुअल के अनुसार किसी भी सूती कपड़े का इस्तेमाल मास्क बनाने के लिए किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी नहीं कपड़ा नया ही हो। यह किसी भी रंग का हो सकता है, लेकिन एक बात का ध्यान रखना होगा कि कपड़े को उबलते पानी में अच्छी तरह से 5 मिनट के लिए धोया जाए और पहनने से पहले अच्छी तरह से सुखाया जाए। मास्क बनाने में यह भी ध्यान देना चाहिए कि यह चेहरे पर अच्छी तरह से फिट बैठता हो और इसमें किनारों पर कोई गैप न हो। 

क्या एक मास्क को परिवार के कई लोग उपयोग कर सकते हैं

फेस मास्क पहनने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोएं। अगर फेस कवर गीला या नम हो जाता है तो तुरंत उसे बदल लें और कभी भी बिना धुले इसका इस्तेमाल न करें। अपना मास्क किसी को पहनने के लिए न दें। घर में सभी लोगों के लिए अलग मास्क होने चाहिए।

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