JABALPUR सिटी अस्पताल के संचालक का नाम नकली रेमडेसिविर मामले में - MP NEWS

जबलपुर
। सिटी हॉस्पिटल जबलपुर के संचालक सरबजीत सिंह मोखा का नाम रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में सामने आया है। सप्लायर ने बताया कि नकली इंजेक्शन बनाने वाली गुजरात की कंपनी का नाम, नंबर व पता सिटी अस्पताल के संचालक ने दिया था। 

नकली रेमडेसिविर मामले में नाम आते ही सरबजीत मोखा अस्पताल में भर्ती

सपन जैन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस, प्रशासन और ड्रग विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए भगवती फार्मा सहित दवा दुकानों को सील कर दिया। वहीं, सरबजीत मोखा मामले में नाम सामने आने पर अस्पताल में भर्ती हो गया है और हार्ट अटैक आने की बात कही है। वह विश्व हिंदू परिषद के नर्मदा जिला अध्यक्ष है। यहां बता दें विहिप में जबलपुर जिले में नर्मदा और दुर्गावती जिला नाम से दो अध्यक्ष होते हैं।

फर्म ने सिटी अस्पताल में 70 लाख की दवा सप्लाई की थी

नायब तहसीलदार संदीप जायसवाल और टीआई अधारताल शैलेश मिश्रा के मुताबिक प्रारंभिक पूछताछ में सत्येंद्र जैन ने बताया कि नकली इंजेक्शन मामले में गिरफ्तार सपन जैन को गुजरात की उस फर्म का पता सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा ने दी थी। सपन जैन का सिविक सेंटर में भगवती फर्म नाम से दवा सप्लाई का काम है। फर्म ने सिटी अस्पताल में 70 लाख की दवा सप्लाई की थी।

इसका भुगतान करने के एवज में मोखा ने सपन को गुजरात की नकली इंजेक्शन बनाने वाली फर्म का नंबर मुहैया कराते हुए वहां से इंजेक्शन सप्लाई करने का झांसा दिया था। उसने प्रति इंजेक्शन एक हजार रुपए की दर से खरीदने की बात कही थी।

मोखा ने कहा: दवा लेते थे इंजेक्शन नहीं लिए

आरोपों में घिरे सरबजीत मोखा ने हार्ट अटैक आने के बावजूद अपना पक्ष रखा। दावा किया कि सपन जैन दवा का बड़ा सप्लायर्स हैं। उसकी शहर में कई अस्पतालों में सप्लाई है। उसके यहां भी दवाओं की सप्लाई करता है। पर उससे रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं खरीदे हैं। हमारे अस्पताल को बदनाम करने की ये साजिश है। रेमडेसिविर इंजेक्शन शासन या जिस कंपनी में उसका अकाउंट है, वहां से मिलते हैं।

रेमडेसिविर इंजेक्शन की जांच कराने की मांग

जबलपुर केमिस्ट एसोसिएशन ने प्रशासन से रेमडेसिविर की लेबोरेटरी परीक्षण कराने की मांग की है। एसोसिएशन के सचिव चंद्रेश जैन ने कहा कि जिले भर से इस इजेक्शन के सैंपल लिए जाएं ताकि उनकी जांच करवाई जा सके। नागरिकों में इंजेक्शन को लेकर नकली व असली होने का संशय पैदा हाे रहा है। कोरोना मरीजों की जान से किसी तरह का खिलवाड़ न होने पाए। उन्हें उच्च गुणवत्ता की दवाएं प्राप्त हों।

गुजरात पुलिस ने कुल 3370 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त किए हैं

गुजरात के मोरबी शहर से पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। गुजरात क्राइम ब्रांच ने गुरुवार देर रात जबलपुर पहुंची और अधारताल पुलिस की मदद से आशानगर अधारताल निवासी दवाइयों के सप्लायर सपन उर्फ सोनू जैन को गिरफ्तार ले गई थी। सोनू भगवती फर्म का संचालक है और उसके चाचा की अधारताल में और परिवार की एक दुकान मालवीय चौक में है। गुजरात पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 90 लाख रुपए और 3370 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त किए हैं।

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