MP के होटल में युवक का शव मिला, UP में बवाल मचा, पुलिस ने भागकर बचाई जान - CRIME NEWS

भोपाल।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में युवक का शव मिलने की सूचना पर उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुल्तानपुर गांव में ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। ग्रामीणों ने एक स्कूल प्रबंधक पर हत्या का आरोप लगाते हुए अजमगढ़-घोसी मार्ग पर जाम लगाकर प्रर्दशन शुरू कर दिया।    

मृतक के पिता स्कूल प्रबंधक को लेकर भोपाल पहुंचे और रविवार को शव लेकर वापस घर लौट रहे थे। इसके पहले ही ग्रामीण और परिजन ने अजमतगढ़-घोसी मार्ग पर छपरा सुल्तानपुर गांव के पास चक्काजाम कर दिया। ग्रामीण लाठी-डंडा लिए हुए थे। सूचना पर जीयनपुर कोतवाली पुलिस भी पहुंच गई। ग्रामीण स्कूल प्रबंधक पर ही साजिश के तहत हत्या कराने का आरोप लगा रहे थे। ग्रामीणों के उग्र तेवर को देखते हुए जीयनपुर कोतवाली पुलिस ने मृतक का शव गांव नहीं पहुंचने दिया और रास्ते से ही उसे जीयनपुर कोतवाली भेज दिया।

पुलिस ने बवाल बढ़ने के डर से शव को गांव नहीं ले जाने दिया। इस पर ग्रामीणों का गुस्सा और बढ़ गया और लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने लोगों को शांत करने का प्रयास किया तो भीड़ ने पथराव कर दिया। पथराव में कई वाहनों के शीशे टूट गए। बचाव में पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो दोनों पक्ष आमने सामने हो गए। 

ग्रामीणों के आगे पुलिस की एक न चली और पुलिसकर्मीयों को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। इस दौरान ग्रामीणों ने एक चैकी प्रभारी की बाइक को आग के हवाले कर दिया। ग्रामीणों के उपद्रव की सूचना के बाद जिला मुख्यालय से आला अधिकारी भारी पुलिस बल और पीएसी के साथ मौके पर पहुंचे और किसी तरह से स्थित को काबू में किया। पुलिस ने कई उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया है।

जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुल्तानपुर गांव निवासी धर्मपाल गांव में प्राइवेट स्कूल में बतौर क्लर्क और शिक्षक कार्य करता था। बीते 4 अप्रैल को प्रबंधक ने उसे घर से बुलाया। इसके बाद से वह लापता हो गया। 8 अप्रैल को मध्य प्रदेश के भोपाल जिले की पुलिस ने फोन पर धर्मपाल के मौत की जानकारी दी। बताया कि उसका शव एक कमरे से मिला है और उसी के फोन से ही पुलिस ने बात की थी, जिसके बाद परिजन में कोहराम मच गया।

इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो वे आक्रोशित हो उठे और पथराव करने लगे। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस की इस कार्रवाई ने आग में घी का काम किया और ग्रामीण भी पुलिस से भिड़ गए तथा ईंट-पत्थर चलाने के साथ ही ग्रामीणों ने पुलिस वालों को लाठी-डंडा लेकर दौड़ा लिया। भागकर पुलिसकर्मियों ने अपनी जान बचाई। चौकी प्रभारी इमिलिया की बाइक को ग्रामीणों ने आग के हवाले कर दिया तो कोतवाल के वाहन का शीशा भी तोड़ डाला।

जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह, सीओ राजेश तिवारी, एसडीएम गौरव कुमार कई थानों की फोर्स और पीएसी के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ दिया है लेकिन अब भी दूर से लोग पुलिस को ललकार रहे हैं। माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि पंचायत चुनाव को लेकर प्रत्याशियों द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए लोगों को उकसाया जा रहा है जिससे यह बवाल हुआ है। इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया और उपद्रव करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि युवक ने दूसरे राज्य  में आत्महत्या की थी।

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