TI केएन त्रिपाठी बर्खास्त, थाने के अंदर केबिन में महिला के साथ छेड़छाड़ का आरोप

Bhopal Samachar
ग्वालियर
। मध्य प्रदेश पुलिस के इंस्पेक्टर केएन त्रिपाठी की सेवाएं समाप्त कर दी गई है। ई रिक्शा चलाने वाली एक महिला ने आरोप लगाया था कि इंस्पेक्टर त्रिपाठी ने पुलिस थाने के भीतर केबिन में उसके साथ छेड़छाड़ की है। इंस्पेक्टर त्रिपाठी के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। वह फरार चल रहे थे। जैसे ही कोर्ट से जमानत मिली, डिपार्टमेंट की तरफ से इंस्पेक्टर त्रिपाठी की सेवा समाप्ति के आदेश जारी हो गए। इंस्पेक्टर त्रिपाठी के खिलाफ लगाए गए आरोप सही हैं या फिर कोई साजिश की गई है इसका खुलासा कोर्ट के डिसीजन के बाद ही हो पाएगा।

टीआई के खिलाफ शिकायत में क्या-क्या बताया गया

ई-रिक्शा चलाने वाली 30 वर्षीय शिकायतकर्ता महिला ने बताया था कि अक्टूबर 2020 में अपनी एक सहेली के पति को छुड़ाने के लिए कंपू थाना पहुंची थीं। उस समय TI केएन त्रिपाठी वहां थे। उन्होंने उसे अपने कैबिन में बुलाया। वहां TI ने काम के बदले में उसे कुछ शर्तें मानने के लिए कहा। इस दौरान उसका सोशल मीडिया पर एक मैसेजिंग एप का नंबर ले लिया। इसके बाद TI, उसको एक रेस्टोरेंट में मिलने के लिए मैसेज करने लगा। मैसेजिंग एप पर उससे संबंध बनाने के लिए चैट करता रहा। इतना ही नहीं मैसेज में लिखता था कि तुम्हारी ई-रिक्शा में कैंसर हिल पर सैर करने चलेंगे। 

शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि वह सीधी बात करने के लिए पुलिस थाने पहुंच गई तो टीआई ने उसे केबिन में बुलाया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। यह सारी शिकायत उसने एक महिला काउंसलर को बताई। मामला महिला बाल विकास विभाग के जरिए एसपी ग्वालियर तक पहुंचा। जब यह मामला मीडिया की सुर्खियां बन गया तो तत्कालीन TI कंपू केएन त्रिपाठी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई और उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।

कोर्ट से जमानत मिलते ही छेड़छाड़ का आरोपी टीआई बर्खास्त

महिला थाना में मामला दर्ज होने के बाद आरोपी TI लगातार फरार रहा। न तो पुलिस लाइन में आमद दर्ज कराई न ही कोई लिखित जानकारी दी। लंबे समय तक फरार रहा। फरारी के दौरान वह लगातार पीड़ित महिला को राजीनामा करने के लिए धमकाता रहा था। इसी बीच में महिला ने धमकाने की शिकायत भी जनकगंज थाना में की थी। कुछ दिन पहले टी आई केएन त्रिपाठी को कोर्ट से जमानत मिल गई थी लेकिन गुरुवार को पुलिस डिपार्टमेंट है केएन त्रिपाठी को मध्य प्रदेश पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिया। आईजी ग्वालियर अविनाश शर्मा ने तत्कालीन TI को बर्खास्त करने की पुष्टि की है।

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