इंदौर। पूर्व मंत्री एवं कमलनाथ के प्रिय नेता सज्जन सिंह वर्मा के बयान 'कैलाश विजयवर्गीय का चेहरा रावण जैसा' का जवाब देने भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रवक्ता उमेश शर्मा प्रेस के सामने आए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कमलनाथ कौन से मिस वर्ल्ड और उनके प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू कौन से मिस यूनिवर्स जैसे दिखते हैं।
बाल बढ़ाना हिंदू धर्म की संस्कृति है: भाजपा प्रवक्ता ने कहा
भाजपा ने शनिवार को मामले को लेकर प्रेस वार्ता की और कहा कि कांग्रेस ने हिंदू धर्म का अपमान किया है। बाल बढ़ाना हिंदू धर्म की संस्कृति है। भगवान राम ने भी अपने बाल बढ़ाए हुए थे। ऐसे में सज्जन वर्मा ने बाल बढ़ाने को पाखंड कहकर हिंदू धर्म का अपमान किया। भाजपा प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा कि कमलनाथ क्या मिस वर्ल्ड हैं, प्रेमचंद गुड्डू क्या मिस यूनिवर्स हैं। हमने तो कभी उनकी आलोचना उनके दैहिक संरचना के आधार पर नहीं की है। फिर कांग्रेसी ऐसी भाषा का उपयोग क्यों कर रहे हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने तो सिर्फ चुन्नू मुन्नू कहा था, सज्जन वर्मा को अपमान नहीं करना चाहिए था
के प्रवक्ता उमेश शर्मा का साथ देने आए मीडिया वार रूम प्रभारी बाबू सिंह रघुवंशी ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय और कमलनाथ को चुन्नू-मुन्नू ही कहा था। रंगा-बिल्ला या रावण, कंस या मेघनाद तो नहीं कहा। जो बचकानी हरकत करते हैं, उन्हें हम चुन्नू-मुन्नू कहते हैं, उस शब्द का इतना अभद्र जवाब देना निंदनीय है। वर्मा की वाणी तो उनकी पार्टी के लिए भी वैसी ही रहती है। मैं कांग्रेस के बड़े नेताओं से निवेदन करता हूं कि वे ऐसे अभद्र भाषाओं को बंद करवाएं।
सज्जन सिंह वर्मा का बयान जिस पर भाजपा ने प्रतिक्रिया दी
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- विजवयर्गीय ने सांवेर में ही कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को चुन्नू-मुन्नू कहा है। जवाब तो देना ही पड़ेगा। वो कभी-कभी राहुल गांधी को पप्पू बोलते हैं। सुनो कैलाश तुम्हारी औकात कितनी है। अपनों से बड़ों पर मुंह उठाकर थूकोगे तो थूक तुम्हारे ऊपर ही गिरेगा। अब अपनी कहानी मुझ से सुन लो। भूल गए जब साड़ी पहन के बाल बड़े-बड़े करके, नाक में नथुनी पहनकर, हाथ में चूड़ी पहनकर तंत्र-मंत्र करते थे। बाल बड़े कर लिए, चोटी गूंथ ली... अरे पाखंडी...।
उन्होंने कहा कि अपनी बात भूल गए। मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहा थे। अब भाजपा ने उठाकर कहां फेंक दिया। वहां जाकर जादू करो, लेकिन वहां उससे बड़ी जादूगरनी ममता बनर्जी बैठी हुई हैं। दशहरा जैसे-जैसे पास आता है इसका चेहरा रावण जैसा होने लगता है। मैंने बहुत पास से इसे देखा है। आंखें छोटी-छोटी... नाक पकौड़ा जैसी हो जाती है।