इंदौर में गर्ल्स होस्टल संचालक की नृशंस हत्या, कमरा देखने के बहाने आये थे हत्यारे / INDORE NEWS

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर पलासिया थाना क्षेत्र के पॉश इलाके मनोरमागंज में तीन बदमाशों ने घर में घुसकर 60 वर्षीय रिटायर्ड इंजीनियर की निर्मम हत्या कर दी। वे घर के ऊपरी हिस्से में गर्ल्स होस्टल चलाते थे। घटना बुधवार शाम साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच हुई, लेकिन खुलासा रात 9 बजे बाद हुआ। पुलिस को शुरुआत में लूट के लिए हत्या का शक था, लेकिन कुछ भी सामान नहीं जाने, आरोपी के परिचित होने व घर में रहने वाली एक युवती के बदलते बयान से घटनाक्रम संदेहास्पद हो गया है।  

डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि तीन पूर्व परिचितों ने कमरा देखने के बहाने बुजुर्ग की हत्या की है। आरोपी अहमदाबाद में एक आश्रम में काम करते थे। शुरुआती जांच में पता चला है संपत्ति और प्लाॅट को लेकर इनका पुराना विवाद चल रहा था। जमीन को लेकर हत्या की बात सामने आई है। पुलिस की तीन टीमों को आरोपियों को पकड़ने के लिए रवाना किया गया है। आरोपियों ने गला दबाकर और हथियार से वार कर हत्या की।  

 आसाराम आश्रम का कामकाज संभालते थे अजय  शाह

पुलिस के मुताबिक, मृतक अजय पिता रसिकलाल शाह हैं। अजय  शाह रिटायर्ड इंजीनियर थे और अहमदाबाद में आसाराम आश्रम का कामकाज संभालते थे। इस सिलसिले में उनका आना-जाना चलता था, लेकिन लॉकडाउन के कारण लंबे समय से यहीं थे। घर में पत्नी अंजलि और केयर टेकर शीतल (19) है। पत्नी अंजलि पैरालिसिस के कारण चल-फिर नहीं पाती हैं। शीतल ने पुलिस को बताया कि बुधवार शाम बड़ी ग्वालटोली में रहने वाले नीलेश, विवेक उर्फ दिल्लीवाला व एक अन्य पहुंचे और ऊपरी मंजिल पर किराए के लिए कमरा दिखाने को कहा। नीलेश अकसर इनके घर आता रहता था और कई बार उसने लड़कियों को कमरे भी दिलवाए हैं, इसलिए शाह ने उन्हें चाबी दे दी। डेढ़-दो घंटे तक ये तीनों नीचे नहीं आए तो शाह इन्हें देखने ऊपर पहुंचे। वहां बदमाशों ने उनके मुंह में कपड़ा ठूंसा और फिर सिर पर रस्सी बांध दी। शाह ने शिकंजे से छूटने के लिए काफी संघर्ष किया। इस दौरान बदमाशों ने लोहे की राॅड सिर पर दे मारी और चाकू मार दिया। संभवत: उसी समय उनकी मौत हो गई।

शाह दंपती के बच्चे नहीं हैं। शीतल को इन्होंने केयर टेकर के रूप में घर में रखा है। वह 15 साल से उनके साथ रह रही है। उसी ने पुलिस को आरोपियों नीलेश और विवेक के नाम बताए। विवेक उर्फ दिल्लीवाला गीता भवन मंदिर के सामने फ्रूट का ठेला लगाता है। नीलेश उनके घर के छोटे-मोट काम करता था। कई बार वह यहां रुका भी है। शीतल ने पहले पुलिस को बताया कि वह ऊपर पहुंची तो बदमाशों ने उसे बांधकर कमरे में बंद कर दिया। फिर बोली कि मुझे धक्का मारा तो गिरने से बेहोश हो गई। पुलिस को यह भी पता चला है कि कुछ दिन पहले एक प्लॉट को लेकर शाह से नीलेश का विवाद हुआ था।

काम करने वाली लड़की शीतल ने बताया कि लड़के बार-बार बहाना बना रहे थे। कभी कह रहे थे अंकल कुछ काम कर रहे हैं, कभी कह रहे थे कमरों को देख रहे हैं। इस पर आंटी ने कहा- शीतल तू ऊपर देखकर आ। आंटी काॅल कर रही थीं तो मोबाइल की रिंग बज रही थी, लेकिन अंकल दिखे नहीं। आखिरी रूम चेक नहीं करने दिया। बाद में आंटी ने फिर कहा कि पूरा घर देख कर आ। तीनों नीचे खड़े थे। इन्होंने रूम में धक्का देकर मेरा गला दबाया और मैं गिर गई तो तकिए से मेरा मुंह दबा दिया। मेरा मोबाइल भी ले गए। कमरे में शाह खून से लथपथ पड़े थे। उसने शोर मचाकर पड़ोसियों को बुलाया।

शीतल ने पुलिस को बताया कि आरोपी जब देर तक नीचे नहीं आए तो वह ऊपर पहुंची। तीनों ने उसे कमरे में बंद कर दिया और मोबाइल लेकर भाग निकले। कमरे में शाह खून से लथपथ पड़े थे। उसने शोर मचाकर पड़ोसियों को बुलाया। तीनों आरोपी फरार हैं, उनके परिजन को थाने पर बैठाया है।

पत्नी अंजली शाह ने बताया कि भय्यू किसी को कमरे का रूम दिखाने आया था। इसकी दादी बचपन में हमारे यहां काम करती थी। वह अक्सर आता-जाता था। वह यहां ठेला लगाता था। उसकी नजर हमारे पालदा वाले प्लाॅट पर थी। वह कहता था- हमें दे दो। इसमें कुछ कर लूंगा। नहीं तो बेच दो मैं ग्राहक ला दूंगा।

पहले पुलिस को लग रहा था कि लूट के इरादे से घटना हुई है, लेकिन वहां से कोई सामान गायब नहीं मिला। शाह के घर के ठीक सामने तनुश्री गर्ल्स होस्टल है। पुलिस उसके कैमरे जांचने पहुंची तो उनका एंगल नीचे की तरफ झुका हुआ मिला। शाह का एक भाई और दो बहनें हैं और सभी अमेरिका में रहते हैं।

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