इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की महू तहसील कार्यालय में पदस्थ एक कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा जमीन नामांतरण के लिए एक किसान से 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। किसान ने लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की। सोमवार को लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी कंप्यूटर ऑपरेटर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार, महू तहसील के दतोदा गांव में रहने वाले वीरेन्द्र सितोलिया ने महू तहसील कार्यालय में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर तरुण पिता नंद किशोर कुमरावत (27) के खिलाफ रिश्वत मांगी जाने की शिकायत की थी। फरियादी ने लोकायुक्त को बताया था कि उसकी पैतृक भूमि का नामांतरण कराने और पावती बनवाने के एवज में आरोपी तरुण द्वारा 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। रिश्वत नहीं देने पर आरोपी ने उसका नामांतरण प्रकरण रोकने की बात कही थी।
इस पर लोकायुक्त की टीम ने योजना बनाकर फरियादी को आरोपी के पास रिश्वत देने भेजा। योजना के अनुसार तय स्थान पर पहले से ही लोकायुक्त के जवान तैनात थे। फरियादी ने जैसे ही रिश्वत की राशि आरोपी को दी वैसे ही लोकायुक्त ने आरोपी को रंगे हाथों धर दबोचा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधित अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत कार्रवाई की जा रही है।