ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नियम तोड़े, शासन और कानून देखते रहे - GWALIOR MP NEWS

ग्वालियर
। ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही दुनिया भर में राज्यसभा के सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के नेता होते हो परंतु ग्वालियर में महाराजा ही होते हैं। इनके सामने शासन के नियम लागू नहीं होते। इनके अपने नियम होते हैं। मात्र 5 एंबुलेंस को दान करने के लिए मोती महल में महाराजा का दरबार लगाया गया। कार्यक्रम में तीन मंत्री शामिल थे। प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस खड़े खड़े देखते रहे। ना कानून अपना काम कर पा रहा था और ना ही शासन नियमों का पालन करवाने में सक्षम था।

जिसमें सिंधिया, ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर, शिवराज सरकार के तीन मंत्री प्रद्युम्न सिंह, ओपीएस भदौरिया, भारत सिंह शामिल हैं। इतना ही नहीं किसी भी राजनीतिक, धार्मिक या अन्य कार्यक्रम पर रोक है। इसके बाद भी यह कार्यक्रम हो गया। सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे। पल-पल सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आईं।

ग्वालियर के मोती महल स्थित कंट्रोल कमांड सेंटर में 5 एंबुलेंस दान देने के लिए महाराज के दरबार का आयोजन किया गया। मध्यप्रदेश में सभी प्रकार के कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। रूल ऑफ़ सिक्स लागू है। यानी एक स्थान पर 6 से एकत्रित नहीं हो सकते। बावजूद इसके डंके की चोट पर न केवल कार्यक्रम हुआ बल्कि रूल ऑफ़ सिक्स और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन भी किया गया। सब कुछ शासन की मौजूदगी में हुआ। कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्री शामिल थे। 

मंच पर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर व प्रदेश सरकार के तीन मंत्री प्रद्युम्न सिंह, ओपीएस भदौरिया, भारत सिंह कुशवाह व पूर्व मंत्री इमरतीदेवी, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी मौजूद थे। पंडाल में बिल्कुल वैसे ही भीड़ थी जैसे कि हमेशा होती है। कानून यानी पुलिस अधिकारी, शासन यानी प्रशासनिक अधिकारी और सरकार यानी कैबिनेट मंत्री, कार्यक्रम में मौजूद थे और सब कुछ खुलेआम चल रहा था।

11 जून को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

महत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां

:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !