JABALPUR में आरक्षक ने प्लाज्मा डोनेट किया, GWALIOR JAH कर्मचारी ने ₹20000 में बेचा - MP NEWS

0
जबलपुर।
 मध्य प्रदेश के दो महानगरों में कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों के इलाज के दो विपरीत मामले सामने आए है। एक ओर जबलपुर में पुलिस आरक्षक ने संक्रमित महिला की जान बचाने के लिए प्लाज्मा डोनेट कर दिया वही दूसरी ओर ग्वालियर महानगर में जेएएच का वार्ड बॉय ब्लड बैंक से निशुल्क मिलने वाला प्लाज्मा आईसीयू में भर्ती मरीज के लिए ₹20000 में बेचते हुए पकड़ा गया।    

ओमती थाना में पदस्थ पुलिस आरक्षक अतुल राज वैद्य ने कोरोना संक्रमित महिला की जान बचाने के लिए मंगलवार को प्लाज्मा का दान किया। निजी अस्पताल में भर्ती गाडरवारा नरसिंहपुर निवासी महिला की गंभीर हालत का पता चलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने अधीनस्थों को प्लाज्मा दान सुनिश्चित करने के लिए कहा। जिसके बाद कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके आरक्षक वैद्य प्लाज्मा दान करने के लिए ब्लड बैंक पहुंचे। बी पॉजिटिव रक्त समूह का प्लाज्मा मैच होने के बाद उन्होंने मरीज की जीवन रक्षा के लिए प्लाज्मा दान किया।

जेएएच के वार्ड ब्वॉय व एक आटो चालक को झांसी रोड थाना पुलिस ने जेएएच के ब्लड बैंक से निकले निशुल्क प्लाज्मा को 20 हजार रुपये बेचते हुए पकड़ा है। पुलिस काे शुरुआती जांच में आरोपित शुभम गौतम व अनिल तोमर के साथ एक नर्स के भी रैकेट में शामिल होने का पता चला है। ब्लड बैंक से नि:शुल्क प्लाज्मा सुपर स्पेशलिटी में भर्ती मरीज के लिए डाक्टर की डिमांड पर दिया जाता है। आरोपित प्लाज्मा की डिमांड आने पर संक्रमित मरीज को जेएएच के रजिस्टर में नाम अंकित कर प्लाज्मा निकालकर ब्लैक में बेच रहे थे। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह से जेएएच में कार्यरत और भी स्टाफ के तार जुड़े हो सकते हैं। पुलिस दोनों आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूरे रैकेट तक पहुंचने का प्रयास करेगी। प्लाज्मा पकड़े जाने के बाद जेएएच की भर्ती प्रक्रिया से लेकर डिमांड व ब्लड बैंक से प्लाज्मा जारी करने की प्रक्रिया से जुड़े लोग संदेह के घेरे में हैं।

एसपी अमित सांघी ने बताया कि सूचना मिली थी कि काेराेना संक्रमण काल में रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ प्लाज्मा की भी कालाबाजारी कर बेचा जा रहा है। पहले इस सूचना पर भरोसा नहीं हुआ, क्योंकि प्लाज्मा की डिमांड से लेकर दिए जाने की व्यवस्था जेएएच पर केंद्रित है। यहां केवल सुपर स्पेशियलिटी में भर्ती मरीज को ही नि:शुल्क प्लाज्मा उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। सूचना की तस्दीक करने के साथ गिरोह का टास्क एएसपी (आइपीएस) हितिका वासल को सौंपा गया। पूरे रैकेट को प्लाज्मा सहित पकड़ने के लिए रणनीति बनाकर उस पर काम शुरू किया गया।

प्लाज्मा उपलब्ध कराने वाले एजेंट को चिन्हित करने के बाद उसके पास झांसी रोड थाना प्रभारी आसिफ मिर्जा बेग को भेजा गया। टीआइ ने एजेंट अनिल तोमर निवासी हजीरा से संपर्क किया। अनिल आटो चालक है। टीआइ ने उसे बताया कि उनका मरीज आयुष्मान हास्पिटल में भर्ती है। उसे प्लाज्मा की आवश्यकता है। एजेंट ने कहा कि मिल जाएगा। प्लाज्मा उपलब्ध कराने के लिए 25 हजार मांगें। 20 हजार में सौदा किया। एजेंट ने बताया कि केवल संक्रमित व्यक्ति का नाम व डाक्टर की डिमांड की जरूरत हाेगी। टीआइ ने विजिता शाक्य के नाम का प्लाज्मा की डाक्टर की डिमांड वाला पर्चा एजेंट को दे दिया। एजेंट ने बताया कि मंगलवार को उसका एक आदमी प्लाज्मा लेकर मांढरे की माता के नीचे आएगा। उसे रकम देकर प्लाज्मा ले लेना। मांढरे की माता के नीचे प्लाज्मा लेकर आए युुवक को पुलिस ने पकड़ लिया। उस युवक ने बताया कि वह जेएएच में वार्ड ब्वॉय है। पुलिस ने उसके बाद एजेंट आटो चालक को भी पकड़ लिया। आरोपित के पास से ब्लड बैंक की क्रास मैच रिपोर्ट भी बरामद हुई है। इस पर विजिता शाक्य का नाम लिखा हुआ है।

शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि इस रैकेट से वार्ड ब्वॉय व जेएएच से जुड़ा एक अन्य व्यक्ति जुड़ा है, जो कि नर्स बताई जा रही है। आटो चालक डिमांड लाता था। यह लोग फर्जी तरीके से जेएएच के भर्ती रजिस्टर पर उसका नाम दर्ज कर डिमांड तैयार कराते थे। उसके बाद ब्लड बैंक से प्लाज्मा हासिल कर उसे ब्लैक में बेच देते थे। पुलिस की तस्दीक करने पर प्लाज्मा असली है, और जेएएच की ब्लड बैंक से सुपर स्पेशियलिटी में भर्ती मरीज के लिए नि:शुल्क जारी हुआ है। देर रात को पुलिस को भर्ती रजिस्टर में विजिता शाक्य की एंट्री भी पुलिस को मिल गई है।

शुरुआती पूछताछ में आरोपित ने बताया कि अब तक 10 लोगों को इस तरीके से 20 से 25 हजार रुपये में प्लाज्मा बेच चुके हैं। पुलिस पूरे रैकेट तक पहुंचने के लिए दोनों आरोपितों को रिमांड पर लेगी। एसपी ने इस गिरोह को पकड़ने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले टीआइ के अलावा एसआइ शत्रुघन मिश्रा, चेतन यादव, देवेंद्र धाकड़, रामकेश गुर्जर हितेश शर्मा, शिवकुमार व विश्ववीर को इनाम देने की घोषणा की है। संक्रमण के पहले दौर में नकली प्लाज्मा का रैकेट का खुलासा हुआ था। एसपी ने बताया कि जब्त प्लाज्मा को सीएमएचओ के माध्यम से ब्लड बैंक को सौपा जा रहा है। ताकि संकट की घड़ी में इस प्लाज्मा से किसी की जान बच सके। प्लाज्मा के असली होने की पुष्टि पुलिस ने कर ली है।

28 अप्रैल को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

Post a Comment

0 Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!