नई दिल्ली। भारत के कुछ शहरों में प्याज का पारा चढ़ गया है। प्याज की कीमत ₹100 प्रति किलो से ज्यादा हो गई है। स्थिति के बिगड़ने से पहले भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय मंत्रियों और शीर्ष स्तर के अधिकारियों के साथ मीटिंग की और डिसाइड किया गया कि प्याज की कालाबाजारी नहीं होने दी जाएगी। जमाखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुये कहा कि इस बैठक में रेल मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भाग लिया।
देशभर में प्याज की कीमतों के अपडेट लिए गए
खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके। बैठक में मंत्रिमंडलीय सचिव राजीव गौबा, प्रधानमंत्री के सलाहकार पी.के.सिन्हा और उपभोक्ता मामलों के सचिव अविनाश श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। शाह ने प्याज की उपलब्धता बढ़ाकर कीमतों पर काबू करने के लिये आयात तेज करने के संबंध में पिछली बैठक में लिये गये निर्णय पर अमल की प्रगति की समीक्षा की। श्रीवास्तव ने बैठक में प्याज की कीमतों की स्थिति प्रस्तुत की।
जमाखोरी पर कंट्रोल नहीं किया तो जनवरी तक हाहाकार
उन्होंने बताया कि MMTC ने मिस्र और तुर्की से 21 हजार टन प्याज मंगाने के ठेके दिये हैं। इनकी खेप जनवरी मध्य तक पहुंचने का उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार, सचिव ने कहा कि आयातित प्याज के जल्दी पहुंचने के लिये ठेके देने तथा ध्रुमीकरण संबंधी प्रावधानों को आसान किया गया है। एमएमटीसी को दो विशेष देशों के लिये तथा एक वैश्विक ठेके देने का निर्देश दिया गया है। ये तीनों ठेके पांच-पांच हजार टन के होंगे।