भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। हर रोज महामारी का शिकार होने वाले नागरिकों की संख्या अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले नागरिकों से ज्यादा होती है। अस्पताल तो पहले से ही फुल हो गए थे, समाचार मिलने लगे हैं कि अब श्मशान घाटों में भी अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं मिल पा रही हैं। उप चुनाव प्रचार के कारण इंदौर और ग्वालियर में हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं। मध्य प्रदेश का ओवरऑल पॉजिटिविटी रेट 11% से अधिक चल रहा है और यह काफी गंभीर स्थिति है।
MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 15 SEPTEMBER 2020
संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 15 सितंबर 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:-
20259 सैंपल की जांच की गई।
163 सैंपल रिजेक्ट हो गए।
17936 सैंपल नेगेटिव पाए गए।
2323 सैंपल पॉजिटिव पाए गए।
29 मरीजों की मौत हो गई।
1902 मरीज डिस्चार्ज किए गए।
मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 93053
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 1820
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 69613
15 सितंबर 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 21620
15 सितंबर 2020 को मध्यप्रदेश में संक्रमित इलाकों की संख्या 7175
mp corona status today and update
स्थिति कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा कोरोनावायरस बुलेटिन का प्रसारण सीमित कर दिया गया है।
आज के बुलेटिन में पॉजिटिविटी रेट 11.4% बताई गई है। इसका तात्पर्य है कि जांच कराने आए प्रत्येक 100 में से 11.4 नागरिक पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।
यह बताना आवश्यक है कि सरकार द्वारा सर्वे और घर-घर जाकर या सार्वजनिक स्थानों पर सैंपल कलेक्शन का काम बंद कर दिया गया है। यानी अब जो आंकड़े सामने आ रहे हैं वह उन लोगों की है जो जांच कराने खुद अस्पताल या क्लीनिक तक जा रहे हैं।
जबलपुर में भी पॉजिटिव मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। लोकल मीडिया में समाचार प्रकाशित हुए हैं कि पिछले 6 महीनों में श्मशान घाट पर होने वाले अंतिम संस्कारों की संख्या में 4 गुना की वृद्धि हुई है।
मध्यप्रदेश में राजनीति से जुड़े कई बड़े नेता, विधायक एवं मंत्री संक्रमित पाए जा चुके हैं परंतु पहली बार एक विधायक की संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई। विधायक श्री गोवर्धन दांगी फिजिकली फिट थे। उन्हें कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। श्री दिग्विजय सिंह के साथ पैदल-पैदल पूरी नर्मदा यात्रा करने वालों में श्री गोवर्धन दांगी भी शामिल थे।