माननीय स्कूल शिक्षा मंत्री महोदय (SEM Sir), सादर प्रणाम, दिनांक 26/06/2025 को पहली बार समय पर अतिथि शिक्षक भर्ती विज्ञापन जारी होने के लिए सभी अतिथि शिक्षकों की ओर से आप सभी महानुभावों का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं।
शिक्षकों के लिए बना नया नियम अतिथि शिक्षकों पर भी लागू
हालांकि, अतिथि शिक्षकों के लिए एक नया नियम लागू किया गया है, जिसमें स्कूल में ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य किया गया है। इसके तहत सुबह 10:30 बजे तक उपस्थिति दर्ज करना आवश्यक है, अन्यथा उस दिन की उपस्थिति नहीं मानी जाएगी और वेतन भी नहीं मिलेगा। साथ ही, यदि स्कूल में अवकाश हो, तो शाम 4:00 बजे तक उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य है, अन्यथा उस दिन का आधा वेतन प्रदान किया जाएगा।
ऑनलाइन अटेंडेंस मंजूर बस दो चीज दे दीजिए
हम सभी अतिथि शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली के पक्ष में हैं, किंतु इस संबंध में कुछ समस्याएँ हैं, जिनका समाधान हम आपसे निवेदन करते हैं। हम आशा करते हैं कि आप इन पर शीघ्र विचार करेंगे:
स्मार्टफोन की उपलब्धता: लगभग 40% अतिथि शिक्षक स्मार्टफोन का उपयोग नहीं करते, बल्कि कीपैड फोन का उपयोग करते हैं। अतिथि शिक्षकों का मासिक वेतन इतना कम है कि वे स्मार्टफोन खरीदने में असमर्थ हैं। उनके समक्ष यह दुविधा है कि वे अपने परिवार का भरण-पोषण करें या स्मार्टफोन खरीदें।
यात्रा संबंधी समस्याएँ: कई अतिथि शिक्षक अपने निवास से 40-50 किलोमीटर दूर स्कूलों में बस या निजी वाहन से जाते हैं। यदि कोई अप्रत्याशित घटना जैसे दुर्घटना, बारिश, या वाहन खराब होने के कारण वे समय पर स्कूल नहीं पहुँच पाते, तो उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा और वेतन नहीं दिया जाएगा।
अवकाश का अभाव: नियमित शिक्षकों को मासिक आधार पर विभिन्न प्रकार के अवकाश का प्रावधान है, जबकि अतिथि शिक्षकों को एक भी अवकाश नहीं दिया जाता। किसी भी अनुपस्थिति पर सीधे वेतन कटौती की जाती है।
कृपया योग्यता को प्राथमिकता दीजिए
अनुभव अंकों का मुद्दा: हाल ही में भोपाल समाचार डॉट कॉम के माध्यम से अतिथि शिक्षकों के अनुभव के आधार पर अंक जोड़ने का निवेदन किया गया था। किंतु बिना अनुभव अंक जोड़े या इस विकल्प को उपलब्ध कराए, चॉइस फिलिंग शुरू कर दी गई है। इससे कई योग्य अतिथि शिक्षक मेरिट सूची में पीछे रह जाएंगे।
वेतन वृद्धि और भविष्य सुरक्षा: अतिथि शिक्षकों की वेतन वृद्धि और भविष्य की सुरक्षा जैसे मुद्दे भी लंबित हैं, जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
हम आपसे विनम्र निवेदन करते हैं कि उपरोक्त समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए शीघ्र उचित निर्णय लिया जाए, ताकि अतिथि शिक्षकों को राहत मिल सके।
धन्यवाद, सभी अतिथि शिक्षकों की ओर से
अस्वीकरण: खुला-खत एक ओपन प्लेटफार्म है। यहां मध्य प्रदेश के सभी जागरूक नागरिक सरकारी नीतियों की समीक्षा करते हैं। सुझाव देते हैं एवं समस्याओं की जानकारी देते हैं। पत्र लेखक के विचार उसके निजी होते हैं। यदि आपके पास भी है कुछ ऐसा जो मध्य प्रदेश के हित में हो, तो कृपया लिख भेजिए हमारा ई-पता है:- editorbhopalsamachar@gmail.com