इंदौर। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री श्री मोहन यादव आज अतिथि शिक्षकों के प्रश्न पर भड़क उठे। उन्होंने दो टूक जवाब दिया कि हमने अतिथि शिक्षकों को परमानेंट करने का कोई वादा नहीं किया। बाद में बात संभालते हुए उन्होंने कहा कि किसी को बेरोजगार रहने नहीं दिया जाएगा।
अतिथि विद्वानों को परमानेंट करने की बात गलत है: उच्च शिक्षा मंत्री
इंदौर के होलकर कॉलेज में प्राचार्यों के सम्मान समारोह में शिरकत करने पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव अतिथि शिक्षकों के सवाल पर भड़क गए। उन्होंने न्यूज 18 का माइक हटाते हुए कहा पहले माइक हटा लो फिर बात करो। अतिथि विद्वानों को परमानेंट करने की बात गलत है। हमने कहा है कि अतिथि विद्धानों को नौकरी पर लगा लिया है और आगे भी उन्हें लगाते रहेंगे। अभी 4274 अतिथि शिक्षक सेल्फ फायनेंस कोर्स के हैं। इनमें से अधिकतर को नियुक्ति दे दी गई है बाकि बचे 732 शिक्षकों की नौकरी के लिए होमवर्क किया जा रहा है उन्हें भी PSC के माध्यम से या फिर कोई अलग से परीक्षा कराकर नियुक्ति दे दी जाएगी।
अतिथि विद्वानों से किसने वादा किया था
2018 के विधानसभा चुनाव में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित करके राहुल गांधी और कमलनाथ सभी को नियमित करने का वादा किया था। कमलनाथ ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी अतिथि और संविदा की प्रथा पर विश्वास नहीं करती। सत्ता में आने के बाद 15 महीने में कमलनाथ सरकार ने इस दिशा में कोई काम नहीं किया। यहां तक कि अतिथि विद्वान राजधानी में प्रदर्शन करते रहे, मुंडन कर आते रहे लेकिन तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी उनसे मिलने तक नहीं पहुंचे।