आज के दौर में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल केवल इंटरनेट या मोबाइल तक सीमित नहीं है, बल्कि आसमान तक फैल चुका है। अब ऐसे स्टार्टअप्स की शुरुआत हो रही है जहाँ ₹15–25 लाख के छोटे से इन्वेस्टमेंट से हर महीने ₹3–5 लाख तक की कमाई की जा सकती है। आने वाले समय में यह सेक्टर एक "Sky-Tech Industry" बनने जा रहा है, जहाँ लोगों की कल्पनाओं को रोशनी और तकनीक के जरिए साकार किया जाएगा। यह फील्ड न सिर्फ इनोवेटिव है, बल्कि आने वाले 5 वर्षों में भारत के हर छोटे-बड़े शहर में इसकी भारी मांग देखी जाएगी।
Fireworks खत्म हो रहे हैं
पूरी दुनिया में अब Fireworks की जगह LED-based aerial light shows का चलन बढ़ रहा है। अमेरिका, यूरोप और चीन में यह नजारा आम हो चुका है। जहां त्योहारों, शादियों, ब्रांड लॉन्च या नेशनल डे सेलिब्रेशन में सैकड़ों ड्रोन एक साथ उड़ते हैं और आकाश में कलात्मक आकृतियाँ बनाते हैं। इससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होता, शोर नहीं होता और दर्शकों को एक unforgettable अनुभव मिलता है। यही कारण है कि भारत में भी अब इस सेक्टर की मांग तेजी से बढ़ रही है। वैसे भी पॉल्यूशन के कारण दुनिया भर में आतिशबाजी पर बैन लगने वाला है।
आतिशबाजी की जगह टेक्नोलॉजी
इस शानदार टेक्नोलॉजी को Drone Light Show Coordination कहा जाता है। इसमें विशेष प्रकार के प्रोग्राम किए गए Swarm Drones का एक समूह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से आकाश में एक साथ उड़ाया जाता है। यह ड्रोन एक निर्धारित क्रम में उड़ते हैं और अलग-अलग आकृतियाँ, मैसेज, और लोगो बनाते हैं। यह तकनीक पूरी तरह से programmable होती है और इसे इवेंट की थीम के अनुसार customize किया जा सकता है।
कितनी पूंजी लगी
इस बिजनेस को छोटे स्तर पर शुरू करने के लिए लगभग ₹15–₹25 लाख का इन्वेस्टमेंट पर्याप्त होता है। इसमें 20 से 30 ड्रोन्स का सेटअप, animation सॉफ्टवेयर, कंट्रोल स्टेशन और कुछ मार्केटिंग शामिल है। यदि कोई बड़ी शुरुआत करना चाहे तो 100 से अधिक ड्रोन्स के सेटअप में ₹1.5 करोड़ तक की लागत आ सकती है।
कितनी कमाई होगी
कमाई की बात करें तो एक साधारण शो — जैसे कि शादी, स्कूल/कॉलेज फंक्शन, या ब्रांड प्रमोशन — में ₹80,000 से ₹3 लाख तक की कमाई हो सकती है। बड़े शो जैसे सरकारी कार्यक्रम या कॉर्पोरेट लॉन्च में ₹5–₹20 लाख प्रति शो चार्ज किया जा सकता है। एक महीने में यदि 4–6 शो भी हो जाएं, तो आपकी कमाई ₹5–₹15 लाख तक पहुंच सकती है।
मंथली खर्चा क्या होगा
मंथली खर्च की बात करें तो इसमें ड्रोन मेंटेनेंस, टेक टीम की सैलरी, कंट्रोल सिस्टम अपग्रेड, क्लाउड सॉफ्टवेयर लाइसेंस और प्रमोशन मिलाकर लगभग ₹1.5–₹2.5 लाख प्रति माह का खर्च आता है। यदि कोई बेसिक टीम और कम खर्च के साथ शुरू करता है, तो यह खर्च और भी कम हो सकता है।
नेट प्रॉफिट क्या मिलेगा
अब अगर हम नेट प्रॉफिट की बात करें, तो एक महीने में ₹5 लाख की कमाई पर ₹2 लाख का खर्च घटाकर भी ₹3 लाख का शुद्ध मुनाफा (Net Profit) कमाया जा सकता है। बड़े स्केल पर यह मुनाफा ₹5 लाख से ₹10 लाख प्रति माह तक पहुंच सकता है।
इस बिजनेस को कौन कर सकता है
इस बिजनेस को कोई भी कर सकता है। युवा प्रोफेशनल्स, टेक्निकल स्टूडेंट्स, इवेंट प्लानर, डिजिटल क्रिएटर्स, हाउसवाइफ्स (जो कोऑर्डिनेशन कर सकती हैं), रिटायर्ड ऑफिसर्स (जो इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं), और छोटे शहरों के इच्छुक उद्यमी जो कुछ अलग और नया करना चाहते हैं।
तो अगर आप भी चाहते हैं कि आपका बिजनेस आकाश की ऊंचाईयों को छुए, तो यह आइडिया आपके लिए है। अब आतिशबाज़ियों का जमाना जा चुका है, रोशनी अब टेक्नोलॉजी से होती है। शुरू कीजिए एक ऐसा बिजनेस जो लोगों के दिल और आंखों दोनों में रोशनी भर दे।
“हिम्मत है तो उड़ानों से दोस्ती करिए, क्योंकि धरती पर चलने वाले बहुत हैं!”
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