Microsoft - आपके कंप्यूटर या लैपटॉप की Blue Screen गायब होने वाली है

यदि आप Windows कंप्यूटर या लैपटॉप का उपयोग करते हैं तो Blue Screen of Death (BSOD) को जरुर जानते होंगे। यह वही स्क्रीन है जो काम करते समय अचानक सामने आ जाती है। कंप्यूटर की पूरी स्क्रीन Blue हो जाती है और फिर सिस्टम रीस्टार्ट हो जाता है। दुनिया में कोई भी इस स्क्रीन को पसंद नहीं करता। ज्यादातर लोग बातचीत में इसे crash screen बोलते हैं और Windows इसे "Unexpected restart screen" कहती है। आप इसे कुछ भी कहते हों परंतु यह अब गायब होने वाली है। अब आपकी कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते समय अचानक ब्लू स्क्रीन दिखाई नहीं देगी।

ब्लू की जगह ब्लैक स्क्रीन दिखाई देगी

नया crash screen अब नीले रंग को छोड़कर black कलर में नजर आएगा, जो शायद आपके लिए और भी डरावना हो सकता है। इसके साथ ही, sad face emoji और QR code को भी हटा दिया गया है। अब स्क्रीन पर केवल एक वाक्य दिखेगा: “Your device ran into a problem and needs to restart”, साथ में एक stop code और उस ड्राइवर की जानकारी जो इस system failure का कारण बना। 

story of blue screen of death in hindi

BSOD का जन्म कोई सुनियोजित योजना का हिस्सा नहीं था। इसका उद्भव (Emergence) संयोगों और क्रमिक विकास का परिणाम है। इस टर्म की उत्पत्ति शायद InfoWorld के रॉबर्ट एक्स. क्रिंगली से हुई, जिन्होंने Windows 3.1 के एक बग को Black Screen of Death कहा था। उस समय स्क्रीन नीली भी नहीं थी।
Windows 1 (1985) में गलत DOS version के कारण बूट के दौरान सफेद- नीले रंग की स्क्रीन दिखती थी। Windows 3.1 (1992) में यह रंग योजना सिस्टम मैसेज और task manager के लिए इस्तेमाल हुई, जो यूजर्स को एप्लिकेशन बंद करने या रीस्टार्ट करने की अनुमति देता था। लेकिन तब भी यह Blue Screen of Mild Dilemma जैसा था। गंभीर समस्याओं में यूजर्स को DOS में वापस लाया जाता था। 

Windows 95 ने system error screens को बेहतर किया, लेकिन सिस्टम क्रैश होने पर भी यूजर्स को कुछ देर तक काम करने का मौका मिलता था। असली BSOD, जैसा कि हम आज जानते हैं, Windows NT 3.1 (1993) के साथ आया, जिसमें सफेद टेक्स्ट के साथ नीली स्क्रीन दिखाई देती थी, जो इंजीनियर्स के लिए डायग्नोस्टिक जानकारी देती थी, लेकिन सामान्य यूजर्स के लिए यह भयावह थी।

Color of the Screen of Death: Why blue, why not red?

पूर्व माइक्रोसॉफ्ट आर्किटेक्ट जॉन वर्ट के अनुसार, नीला रंग उनके workstation boot screen और text editor से प्रेरित था। क्रैश के दौरान डिस्प्ले text mode में चला जाता था, जिसमें सीमित रंग विकल्प थे। यह एक संयोग था, जो दशकों तक चला। Windows 8 (2012) में user-friendly crash screen लाने की कोशिश की गई, जिसमें sad face emoji और हल्का नीला रंग जोड़ा गया। Windows 10 (2016) में QR code जोड़ा गया, जिससे यूजर्स support page तक पहुंच सकते थे। Windows 11 (2021) में स्क्रीन को कुछ समय के लिए काला किया गया, लेकिन यूजर्स की प्रतिक्रिया के बाद इसे वापस नीला कर दिया गया। 

Why are bringing black color instead of blue color?

2024 में, CrowdStrike के एक गलत अपडेट ने दुनिया भर में airlines, railways, banks, और TV stations को प्रभावित किया, जिनमें BSOD प्रमुखता से दिखाई दी। शायद यही कारण है कि माइक्रोसॉफ्ट अब Blue Screen of Death को Black Screen of Death में बदल रही है। यह बदलाव न केवल visual consistency लाएगा, बल्कि modern design की दिशा में एक कदम है।
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