सामान्य तौर पर लोग गर्मियों में बौराते हैं, परंतु मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी बारिश में बौरा गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को रोस्ट करने का जुनून इस कदर छाया हुआ है कि पहले बात का बतंगड़ बनाया करते थे, लेकिन आजकल हादसे को साजिश बताने लगे हैं। मामला डीजल में पानी का है। पेट्रोल पंप को सील किया जा चुका है और जहाँ शुरू भी नहीं हुई है, लेकिन मुख्यमंत्री के काफिले की गाड़ियाँ क्या बंद हुईं, जीतू पटवारी ढोल लेकर छत पर नाच रहे हैं।
बात क्या है
बात सिर्फ इतनी सी है कि कल, 26 जून को सीएम डॉ. मोहन यादव इंदौर से रतलाम के लिए रवाना हुए थे। डोसीगाँव स्थित भारत पेट्रोलियम के शक्ति फ्यूल्स पेट्रोल पंप पर उनके काफिले में फ्यूल भरा गया। कुछ दूर जाने पर एक के बाद एक 19 गाड़ियाँ बंद हो गईं। प्रशासन ने तत्काल एक्शन लिया। पेट्रोल पंप को सील कर दिया गया। दूसरी तरफ, सीएम की सिक्योरिटी और उन्हें रतलाम भेजने के लिए दूसरी गाड़ियों का इंतजाम किया गया।
प्रारंभिक जाँच में पता चला कि गाड़ियों के डीजल टैंक में 50% पानी पाया गया। 20 लीटर डीजल होना चाहिए था, जिसमें लगभग 10 लीटर पानी था। यह भी पता चला कि इन गाड़ियों के बाद एक ट्रक में 200 लीटर डीजल भरा गया और वह भी आगे जाकर बंद हो गया। भारत पेट्रोलियम के अधिकारियों का कहना है कि ऐसा केवल उसी स्थिति में होता है, जब डीजल टैंक में कहीं से पानी का रिसाव होने लगे। पब्लिक को परेशानी न हो, इसलिए पेट्रोल पंप को तत्काल सील कर दिया गया था और जाँच चल रही है।
जीतू पटवारी ने क्या किया
अपनी कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी और दिग्विजय सिंह व उमंग सिंघार जैसे नेताओं के बीच सामंजस्य बनाने में नाकाम जीतू पटवारी ने ट्वीट किया है कि, "अब तो सत्ता के शीर्ष तक मिलावट है! चाल, चेहरे, चरित्र की ऐसी ही बनावट है!" ऐसा लग रहा है जैसे ट्वीट बहुत पहले ही लिखकर रख लिया गया था। मौके का इंतजार किया जा रहा था। लंबे समय से मौका नहीं मिल रहा था। आज मुख्यमंत्री के काफिले की गाड़ियाँ क्या बंद हुईं, जीतू पटवारी ने अति उत्साह में बिना कुछ कन्फर्म किए, ट्वीट दे मारा। बेहतर होता कि अपने ट्वीट को पब्लिश करने से पहले, उन कांग्रेसी नेताओं से भी बातचीत कर लेते, जिनके पेट्रोल पंप चल रहे हैं। कोई डीजल में 50% पानी की मिलावट करता है क्या?
रतलाम कलेक्टर की जांच रिपोर्ट