रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के सैलाना बायपास स्थित मॉडल स्कूल कन्या परिसर के पास सड़क किनारे पेड़ पर बांसवाड़ा जिले के युवक का शव लटका मिलने के मामले में पुलिस ने ठगोरी दुल्हन को गिरफ्तार कर लिया है। वह एक गिरोह के साथ मिलकर मैरिज ब्यूरो के माध्यम से शादी कर एक-दो दिन साथ में रहने के बाद भाग जाती थी। इस काम के लिए उसे दस हजार रुपए मिलते थे।
घटना वाली रात ठगोरी दुल्हन के साथ शादी करने वाला युवक भी कार में सवार होकर इंदौर के लिए रवाना हुआ था। रास्ते में उसे ठगी का अहसास होने पर विवाद के बाद झूमाझटकी होने पर दुल्हन व उसके साथी युवक को बांसवाडा टोलनाके से आगे युवक को उतारकर भाग गए थे। अवसाद में आए युवक ने बायपास के समीप पेड़ पर फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में मैरिज ब्यूरो संचालक मुकेश जोशी व अन्य के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज होने व घटनास्थल भी बांसवाड़ा जिले का होने से सैलाना थाने में मर्ग कायम करने के बाद रतलाम पुलिस ने पूरा मामला बांसवाड़ा जिले के सदर थाना पुलिस को सौंप दिया है।
शुक्रवार को एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि 29 जुलाई की सुबह 29 वर्षीय युवक महेंद्र पिता मोतीलाल कलाल निवासी गलकिया (थाना सदर) जिला बांसवाड़ा का शव पेड़ पर लटका मिला था। शिनाख्ती के दौरान उसकी जेब से दो मोबाइल और 4500 रुपये मिले थे। स्वजन ने पुलिस को बताया कि 26 जुलाई को धार निवासी मीनाक्षी से महेंद्र की शादी मैरिज ब्यूरो के माध्यम से कोर्ट में हुई थी।
इसके लिए मीनाक्षी के मुंहबोले भाई गजेंद्र उर्फ पुष्पेंद्र दुबे निवासी उत्तरप्रदेश को दो लाख और मैरिज ब्यूरो के महेश जोशी को पचास हजार रुपये का चेक दिया था। शादी के बाद 28 जुलाई की रात मीनाक्षी का मुंहबोला भाई गजेंद्र उर्फ पुष्पेंद्र और उसके साथी मिनाक्षी को कुछ दिनों के लिए ले जाने को लेकर कार से महेंद्र की बुआ के घर ग्राम गोरड़ी (राजस्थान) पहुंचे, तो महेंद्र भी साथ हो लिया। सभी इंदौर के लिए निकले। रास्ते में महेंद्र को ठगी का अहसास होने पर वह मीनाक्षी और उसके साथियों से विवाद कर झूमाझटकी करने लगा था। कार रुकवाने के लिए स्टेयरिंग पकड़ने पर उसे टोल टैक्स से थोड़ा दूर गाड़ी से उतारकर वे भाग गए।
गिरफ्तार मीनाक्षी ने पूछताछ में बताया कि नौ वर्ष पूर्व धार निवासी युवक से शादी हुई थी। तीन वर्ष पहले वह पति को छोड़कर माता-पिता के साथ रह रही थी। माता-पिता और भाई से विवाद होने के कारण वह अपनी आठ वर्षीय बेटी के साथ अकेले रहने लगी थी। इस दौरान उसकी पहचान पुष्पेंद्र दुबे नामक व्यक्ति से हुई जो उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। वह नाम बदलकर गजेंद्र पुरोहित के नाम से मीनाक्षी का भाई बनकर इंदौर में सारिका उर्फ संगीता निवासी मंडलेश्वर के साथ मिलकर नकली शादी का गिरोह संचालित करता है। मीनाक्षी को एक शादी के एवज में दस हजार रुपये मिलते थे। मीनाक्षी अब तक राजस्थान में तीन, गुजरात व नीमच में पांच युवकों से नकली शादी कर ठगी कर चुकी है, लेकिन यहां पुलिस को कोई शिकायत नहीं हुई।
ठगोरी दुल्हन नौगांवा (धार) स्थित बिजली वितरण कंपनी से सेवानिवृत्त सहायक लाइनमैन की पुत्री है। उसके पिता 30 अप्रैल 2020 को सेवानिवृत्त होने के बाद इंदौर परिवार के साथ रहने चले गए। माता-पिता ने पुलिस को बताया कि वह छह माह पूर्व घर से चली गई। कभी-कभी मोबाइल पर फोन करती थी, लेकिन निवास स्थान के बारे में कोई जानकारी नहीं देती थी।
मीनाक्षी के मोबाइल नंबर की लोकेशन सायबर सेल से ली गई तो नई आबादी ग्राम बारोली (जिला इंदौर) में होने की जानकारी मिली। पुलिस ने मीनाक्षी को गिरफ्तार करने के बाद उसके अन्य साथियों की तलाश के लिए एसडीओपी सैलाना बीआर सोलंकी के नेतृत्व में टीम का गठन किया। पुष्पेंद्र व सारिक उर्फ संगीता किराये मकान बदल-बदल कर रहते हैं। घटना के बाद दोनों ने मकान खाली कर दिया और उनके मोबाइल भी बंद आ रहे हैं।