मध्यप्रदेश में घिर आए हैं बंगाल के बाद, 14 जिलों के लिए चेतावनी जारी / MP WEATHER FORECAST

भोपाल। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत भारत मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल केंद्र द्वारा बताया गया है कि मध्यप्रदेश (madhypradesh) में झमाझम बारिश का दौर तेजी से जारी है, नदी-नाले उफान पर आ गए है। लगातार बारिश से सड़कों और इलाके में जल भराव की स्थिति बनने लगी है, बारिश के इस कहर के कारण बरगी और बाणसागर बांध के गेट खोले गए है। मौसम विभाग (weather department) ने आज एक बार फिर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश चेतावनी जारी की है। विभाग द्वारा येलो-ऑरेंज अलर्ट (yellow-orange alert) एक साथ जारी किया गया है। 

बंगाल की खाड़ी से मध्यप्रदेश आए बादल गुरुवार से मूसलाधार बरसेंगे

मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी में बुधवार को फिर एक और कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इस सिस्टम का असर प्रदेश में कम पड़ेगा, लेकिन इसका असर गुरुवार से ज्यादा होने से राज्य में अगले दो तीन दिनों तक कई स्थानों पर अति भारी बारिश की संभावना है। इस सिस्टम के बनने से प्रदेश भर में एक सप्ताह तक हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला बना रह सकता है। मानसून ट्रफ आज की तारीख में उत्तर प्रदेश के आगरा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। यह ट्रफ लाइन कल तक और नीचे आने की संभावना है। 

नर्मदा का जलस्तर बढ़ा, जबलपुर-नरसिंहपुर स्टेट हाईवे बंद

पिछले 24 घंटे की बात करे तो जबलपुर के 13 बरगी गेट खुलने के बाद नरसिंहपुर जिले में नर्मदा का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। जबलपुर नरसिंहपुर स्टेट हाइवे क्रमांक 22 पर पुलिस ने वाहनों की आवाजाही बंद कराने कार्रवाई शुरू कर दी है, हालांकि बरगी के गेट खुलने की सूचना आने के बाद जिले में नर्मदा से लगे गांवों में प्रशासन द्वारा सुरक्षित रहने मुनादी कराई गई थी। 

नर्मदा जलस्तर के कारण 7 जिलों में हाई अलर्ट, बाणसागर बांध के गेट खुले

इसे देखते हुए सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, सीहोर, खरगोन और कटनी जिलों को हाईअलर्ट कर दिया गया है। वही शहडोल लगातार हो रही बारिश को देखते हुए बाणसागर के 16 गेट डेढ़ मीटर खोल दिए गए हैं। 17 सितंबर को सुबह 7 बजे 6 गेट आधा मीटर खोले गए थे, उसी दिन रात को 8 बजे 8 गेट खोले गए और अब 16 गेट खोल दिए गए हैं, जिसके बाद उत्तर प्रदेश और बिहार की नदियों में बाणसागर बांध का पानी पहुंच रहा है, इससे दोनों राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति बन रही है।

मध्यप्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित होगा

मौसम विभाग की माने तो 19 से 21 अगस्त के बीच मध्य प्रदेश के 15 जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। कुछ इलाकों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है। अतः अपनी योजनाएं चेतावनी को ध्यान में रखते हुए बनाएं। बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, इसके असर के चलते प्रदेश भर के कई जिलों में तेज बारिश होने के आसार हैं, अगर यह सिस्टम भोपाल के नजदीक से गुजरा तो 20 अगस्त के बाद भोपाल में भी अच्छी बारिश होने के आसार हैं। आने वाले 1 से 2 दिनों में जबलपुर सागर संभाग के जिलों के साथ विदिशा रायसेन जिला में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है ।

मध्यप्रदेश में कल कहां कितनी बारिश हुई

बीते चौबीस घंटों में दो दर्जन से अधिकस्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। दूसरे स्थानों की तुलना में पचमढ़ी में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। यहां 49 मिलीमीटर दर्ज हुई है।इसके अलावा टीकमगढ़ में 52 मिमी, जबलपुर 41.5 मिमी, खंडवा में 33, सागर में 32 मिमी, उमरिया 31 मिमी, दतिया में 28 मिमी, खरगोन में 23 मिमी, खजुराहो में 13 मिमी, गुना में 16.6 मिमी दर्ज हुई है। इसके साथ हीशाजापुर, उज्जैन, रतलाम, भोपाल, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, बैतूल, सतना, रीवा, इंदौर, ग्वालियर, रायसेन, मलाजखंड, नरसिंहपुर, मंडला, धार जिले में एक से 10 मिमी के बीच वर्षा दर्ज की गई। 

मध्य प्रदेश के इन जिलों में औसत से कम बारिश हुई है
छतरपुर, कटनी नरसिंहपुर, सागर, टीकमगढ़, धार, गुना होशंगाबाद, शाजापुर

मध्य प्रदेश के इन जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट (ऑरेंज अलर्ट)
अलीराजपुर, झाबुआ, धार

मध्य प्रदेश के इन जिलों भारी बारिश की चेतावनी
हरदा, खंडवा, रतलाम, अनूपपूर, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, छतरपुर जिलों में।

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