पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्यता संघ ने वर्चुअल धरना दिया / EMPLOYEE NEWS

भोपाल। पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्यता संघ ने धरने की शुरुआत सरस्वती वंदना से की और कारगिल के शहीदों को श्रदांजली अर्पित की कर सरकार के समक्ष तकनीकी शिक्षा विभाग की कमियों को रखा। शासन ने कई आदेश अतिथि व्याख्यताओ  के समर्थन में किए हैं जैसे लॉक डाउन मानदेय, पुनः नियुक्ति आदि लेकिन तकनीकी शिक्षा विभाग एवं समस्त पॉलिटेक्निक कॉलेजो के प्राचार्य मनमानी से शासन के आदेशों को तोड़ मरोड़कर अतिथि व्याख्यताओ का शोषण करते है। 

अतिथि व्याख्यताओं ने पिछले कई वर्षों से फिक्स वेतनमान,स्थायित्व  को लेकर कई बार तकनीकी शिक्षा विभाग /शासन को मेल, सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी मांग शासन के समक्ष रखी है लेकिन आज दिनांक तक उस पर कोई कारवाई नहीं की गई ।अतिथि व्याख्यताओ की शासन से मांग ये है कि हमे जल्द से जल्द फिक्स वेतन मान , स्थायित्व प्रदान किया जाए। धरने में उपस्थित उच्च शिक्षा  अतिथि विद्वानों के अध्यक्ष श्री देवराज जी ने पॉलीटेक्निक अतिथि व्याख्याता संघ की मांगों को जायज बताया और शासन से उच्च शिक्षा ,तकनीकी शिक्षा तथा स्कूल शिक्षा के सभी गेस्ट टीचर्स को नियमित करने की मांग की।

धरने में मुख्य रुप से देवराज जी ( उच्च  शिक्षा अतिथि विद्वान), पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्याता संघ के अध्यक्ष योगेश इंदौरिया उपाध्यक्ष जसवंत सिंह ,प्रतीक्षा गुप्ता ,सचिव देवी दीन अहिरवार, सह सचिव राहुल यादव, ,कोषाध्यक्ष महेंद्र कुमार, रामकिशोर कौरव ,सूर्य प्रताप यादव कपिल पांडे, नितेश नामदेव ,सचिन वासनिक तथा संपूर्ण मध्य प्रदेश से लगभग 300 अतिथि व्याख्यता धरने में शामिल हुए संगठन की मुख्य मांगे इस प्रकार है।

1. अतिथि व्याख्याता व्यवस्था समाप्त कर *तदर्थ सेवा* व्यवस्था पूर्व की भांति लागू की जाए
2. पॉलीटेक्निक संस्थाओं की आवश्यकता के अनुसार अतिथि व्याख्याता रखे जाते हैं। अतःइंदौर हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए वर्तमान में कार्यरत समस्त अतिथि व्याख्याताओं को समान काम समान वेतन के आधार पर UGC/AICTE मापदंड के अनुसार अधिकतम ₹50000 फिक्स वेतन  प्रतिमाह किया जावे।
3. विगत 20 वर्षों से  अधिकतर पॉलीटेक्निक संस्थाओ में ब्रांच तो खोल दी गई परंतु उस ब्रान्च के पद आज तक स्वीकृत नहीं किए गए है तथा इन पदों के विरुद्ध भी संस्था में अतिथि व्याख्याता पैनल के रूप में रखे जाते हैं अतः वर्तमान में कार्यरत समस्त अतिथि व्याख्याताओं के लिए *सुपरन्यूमैरेरी पद* बनाकर विभागीय सेवा की अधिकतम उम्र तक आगामी सत्र से नियुक्ति प्रदान कर अतिथि व्याख्याताओं को स्थायित्व प्रदान किया जावे।

4.पॉलीटेक्निक अतिथि व्याख्याताओं के भुगतान को प्रतिमाह सुनिश्चित करने के लिए एक पृथक से कोष बनाया जावे।
5. पॉलिटेक्निक संस्थाओं में कार्यरत समस्त अतिथि व्याख्याताओं को आकस्मिक अवकाश, ऐच्छिक अवकाश एवं चिकित्सीय अवकाश तथा महिला अतिथि व्याख्याताओं को मातृत्व अवकाश का लाभ दिया जावे।

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