मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था / GK IN HINDI

मिस्र में हजारों रहस्य भरे हुए हैं। उनमें से एक है, मिस्र की रानियों की खूबसूरती। मिस्र की रानी को देखकर कोई भी व्यक्ति उनकी उम्र नहीं बता सकता था। ऐसा लगता था मानो एक संख्या पर पहुंचकर उनकी उम्र बढ़ना बंद हो गई है। सवाल यह है कि क्या सचमुच उनके पास कोई रहस्यमई शक्ति थी, या फिर कोई ट्रिक थी जिसके कारण वृद्धावस्था में भी मिस्र की रानियां युवा नजर आती थी। आइए जानने की कोशिश करते हैं:- 

मिस्र की खूबसूरत रानियों के पीछे भारत का आयुर्वेद

दिल्ली में रहने वाले विकास नारा एक प्रोफेशनल है जो विदेशी टूरिस्ट के लिए काम करते हैं। विकास बताते हैं कि मिस्र की रानियों की खूबसूरती का रहस्य आयुर्वेद था। मिस्र में मानव शरीर पर बढ़ती उम्र का असर रोकने के लिए लंबे समय तक रिसर्च हुई। कई प्रयोग किए गए और काफी हद तक सफलता भी मिली। मिस्र की रानियों की उम्र भी बढ़ती थी परंतु उनके शरीर पर बढ़ती उम्र का असर नहीं पड़ता था। इसके लिए उन्होंने भारत के आयुर्वेद पर आधारित कुछ फार्मूले बनाए थे। 

मिस्र की महिलाओं का फैशन 5000 साल बाद भी लोकप्रिय है

मिस्र के शाही परिवारों की महिलाओं का मेकअप और सजने संवरने का तरीका आज भी फैशन में है। मिश्र और इजिप्टियन महिलाये खूबूसरती के मामले में सारी दनिया में सबसे आगे है वो हर चीज एकदम संजीदा है उनका स्टाइल और फैशन पांच हजार साल पुराना है। 

मिस्र का काजल: दुनिया भर की लड़कियों का सबसे पसंदीदा मेकअप

काजल मिश्र की खोज माना जाता है ये अनिवार्य रूप से भारी धातुओं और लीड के तत्वों को मिलाकर बनाया जाता था और मिश्र के लोगो ने' केट आई 'का अविष्कार किया था जिसे हम आज आई विंग कहते है और ये लड़कियों का सबसे पसंदीदा मेकअप माना जाना जाता है मिहसर की रानी खुद को सुंदर बनाने के लिए इन नुस्खों को अपनाती थी।

मिस्र की खूबसूरती का राज केस्‍टर, शीशम और मोरिंगा ऑयल

मिश्र की रानियां खुद को सुंदर दिखाने के लिए काफी जुनूनी थी अपनी स्किन को जवान और झुर्रियों से बचाने के लिए केस्टर, शीशम और मोरिंगा के तेल का इस्तेमाल करती थी। उनका यह फार्मूला 100% सफल था।

शहद और दूध का फेस मास्क

शहद तो प्राचीन मिश्र का सबसे पसंदीदा उत्पादन रहा है इसकी सबसे बड़ी वजह है इसकी भीनी खुशबू और हाइड्रेडिंग की खुबिया। इसलिए मिश्र की रानी शहद और दूध को मिलकर पोषकता के लिए फेस मास्क लगाया करती थी। यह शहद और दूध दोनों ही विशेष प्रकार के थे और इनसे फेस मास्क बनाने का फार्मूला भी मिस्र का स्पेशल था जिसकी तलाश आज भी फैशन इंडस्ट्री में की जा रही है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

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