दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है / GK IN HINDI

Bhopal Samachar

PIGGY BANK STORY AND HISTORY IN HINDI

आज हम आपको दुनिया के एक ऐसे रहस्य के बारे में बताते हैं, जो सबको पता है लेकिन कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया। पिगी बैंक एक ऐसी रहस्यमई गुल्लक है जिसके अंदर कितना खजाना है किसी को पता नहीं होता। जी हां, बच्चा कितना भी कैलकुलेटिव क्यों ना हो उसके पिगी बैंक में उसने कितने सिक्के डालें उसे कभी याद नहीं रहता। आइए दुनिया के सबसे बड़े बैंक 'पिगी बैंक' की मजेदार कहानी पढ़ते हैं, जो दुनिया के इतिहास में कभी दर्ज ही नहीं हुई।

पिगी बैंक नाम क्यों पड़ा, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है

पिगी बैंक शब्द का प्रचलन कैसे शुरू हुआ, इसके बारे में कई कहानियां प्रचलित हैं। 15वीं शताब्दी के यूरोप में मिट्टी के एक प्रकार पिग (pygg) से प्लेटें, बोतलें और दूसरे बर्तन बनाए जाते थे। जब लोग अपने पास पड़े फुटकर सिक्कों (छुट्टे पैसों) को सुरक्षित करने के लिए इन बर्तनों का इस्तेमाल करने लगे, तो इन बर्तनों को पिगी बैंक कहा जाने लगा लेकिन, धीरे-धीरे इस pygg शब्द को गलती से pig समझा जाने लगा और कुम्हार लोग पिग के आकार के गुल्लक बनाने लगे। इसके बाद तो पिगी बैंक शब्द काफी प्रचलन में आ गया।

दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, किसने बनाया

कुछ जानकारों का मानना है कि पिगी बैंक का संबंध जर्मनी से है। क्योंकि, शुरुआती पिगी बैंक वहां से मिले हैं। 13वीं शताब्दी में बना पिगी बैंक भी जर्मनी से मिला है। यह इतिहास में दर्ज है। अतः इसे मान्यता दी जाती है। कुछ इतिहासकारों का यह भी मानना है कि पिगी बैंकों की शुरुआत इंडोनेशिया से हुई क्योंकि वहां 14वीं शताब्दी के ऐसे बर्तन वहां मिले हैं। चूंकि चीन, इंडोनेशिया और यूरोप के बीच कारोबारी संबंध थे, ऐसे में संभव है कि पिगी बैंक की संकल्पना एक देश से दूसरे और फिर तीसरे देश तक पहुंचती चली गई। हालांकि इतिहासकारों के बीच अभी भी मतभेद है कि दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना। 

चीन में सूअर समृद्धि का सूचक माना जाता है

चीन के इतिहासकारों का कहना है कि पिगी बैंक का संबंध चीन के किंग साम्राज्य से है। क्योंकि पिग चीनी संस्कृति में समृद्धि का सूचक माना जाता है, ऐसे में लोगों ने सिक्कों को सुरक्षित रखने के लिए पिग के आकार के बर्तन बनाने शुरू किए। हालांकि एक बात तय है कि पिगी बैंक का भारत से कोई रिश्ता नहीं है। भारत में बच्चों के खजाने का नाम 'गुल्लक' है।

बदलता रहा आकार
अब जबकि पिगी बैंक का मतलब सिक्के जमा करने के लिए बने पिग के आकार वाले बर्तन से हो गया है, ये चाहें मिट्टी से बनें या प्लास्टिक से या किसी दूसरी धातु से, इनका नाम अभी भी पिगी बैंक ही है। हां यह जरूर है कि समय के साथ इनके आकार और बनावट में काफी बदलाव आया है और अब तो ऐसे गुल्लक भी उपलब्ध हैं जिन्हें फोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती। इनमें एक ढक्कन होता है, जिसे खोलकर पैसे निकाले जा सकते हैं। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

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