मध्यप्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग और कर्मचारी चयन मंडल, भोपाल की कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं। माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा 2025 को समाप्त हुए चार महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक परीक्षा परिणाम जारी नहीं किया गया है। इस बेतुकी देरी ने हजारों अभ्यर्थियों को गहरे मानसिक तनाव में डाल दिया है। सोशल मीडिया पर हैशटैग अभियान के बाद भी कोई परिणाम नहीं मिला तो अब उम्मीदवारों ने भोपाल की सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने की तैयारी शुरू कर दी है।
माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा 2025 का विज्ञापन 28 जनवरी 2025 को जारी हुआ था, आवेदन 11 फरवरी तक लिए गए, और परीक्षा 20 से 29 अप्रैल के बीच आयोजित की गई थी। लेकिन परिणाम को लेकर न तो ESB कुछ बोल रहा है, न DPI, और न ही किसी आधिकारिक वेबसाइट पर कोई अपडेट दिया गया है। यह रवैया अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है। अभ्यर्थियों का कहना है कि 2.5 साल से भर्ती प्रक्रिया में उलझे रहने के बाद भी अब तक सिर्फ इंतज़ार ही मिला है। चयन मंडल और शिक्षा विभाग की चुप्पी अब संदेह और गुस्से दोनों को जन्म दे रही है।
अब सब्र का बाँध टूट रहा है
- चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और समयबद्धता का अभाव अब असहनीय हो चुका है।
- अभ्यर्थी स्पष्ट कर चुके हैं कि यदि जल्द परिणाम घोषित नहीं किया गया, तो उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा।
- वर्ग 2 अभ्यर्थियों ने सरकार से अपील कि है कि वर्ग 2 रिजल्ट पर प्राथमिकता से एक्शन लिया जाए क्योंकि यह युवाओं के भविष्य का मामला है।
इस मामले में अपनी प्रतिक्रियाएं कृपया नीचे कमेंट बॉक्स में दर्ज कीजिए।