इंदौर। मध्य प्रदेश के खरगोन जिला अस्पताल में 4 दिन पहले रात में ऑक्सीजन की कमी के मरीज के परिजन के आरोपों से घिरा स्वास्थ्य महकमा अब सरकारी ऑक्सीजन सिलेंडर न मिलने से सुर्खियों में है। अस्पताल प्रबंधन के 322 ऑक्सीजन सिलेंडर अनुबंधित फर्म ने गायब कर दिए। रिफिलिंग के लिए दिए सरकारी सिलेंडर नहीं लौटाए।
अस्पताल प्रशासन की पोल तब खुली जब ऑक्सीजन सप्लाय की मॉनीटरिंग के लिए अतिरिक्त तहसीलदार करही राहुल डाबर ने इंदौर स्थित फर्म शिवम गैसेस पर पड़ताल की। पंचनामा प्रशासन को सौंपा। मामले में सिविल सर्जन डॉ दिव्येश वर्मा ने फर्म के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायत कराई है। सिविल सर्जन ने आवेदन में कहा कि 9 अप्रैल को जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाय करने के लिए फर्म शिवम गैसेस से 321 डी-टाईप व एक बी-टाईप के ऑक्सीजन के सिलेंडर रिफिलिंग कराने को दिए थे। ऑक्सीजन सप्लाय नहीं किया। वाहन के ड्राइवर ने मोबाइल बंद कर लिया।
थाना प्रभारी प्रकाश वास्कले ने बताया सिविल सर्जन की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया है। जांच जारी है। इधर, शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की वीसी में अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की निगरानी के लिए ऑडिट टीम बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हिदायत दी कि हर एक मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है।