भाजपा की रिपोर्ट पर MPPWD में कई अधिकारी इधर-उधर / MP NEWS

भोपाल। राज्य शासन ने लोक निर्माण विभाग में बड़ा फेरबदल करते हुए प्रमुख अभियंता आरके मेहरा को हटा दिया है। उनके स्थान पर मुख्य तकनीकी परीक्षक (सतर्कता) सीपी अग्रवाल प्रमुख अभियंता बनाए गए हैं। वहीं परियोजना क्रियान्वयन इकाई के संचालक विजय सिंह वर्मा की संविदा नियुक्ति समाप्त कर दी है। लोक निर्माण विभाग में बदलाव का दौर शुरू हो गया है।

कमल नाथ सरकार की पसंद रहे आरके मेहरा को प्रमुख अभियंता पद से हटा दिया गया है। उन्हें राज्य योजना आयोग में सलाहकार पदस्थ किया है। जबकि आयोग में पदस्थ अखिलेश अग्रवाल को परियोजना क्रियान्वयन इकाई का संचालक बनाकर उन्हें मुख्य धारा में लाया गया है। वे शिवराज सरकार के पिछले कार्यकाल में विभाग के प्रमुख अभियंता रह चुके हैं। कमल नाथ सरकार के शुरुआती दिनों में ही अग्रवाल को राज्य योजना आयोग भेज दिया गया है। विभाग के ऊपरी स्तर पर बदलाव के बाद अब मैदानी स्तर पर नए सिरे से जमावट शुरू होगी।

दो दिन से हो रहा था मंथन

लोक निर्माण विभाग में यह पहला मौका है, जब विभागीय मंत्री की तैनाती के पहले ही सरकार ने उच्च स्तर पर व्यापक बदलाव किया है। पिछले 2 दिन से मंत्री समूह पीडब्ल्यूडी की गड़बड़ियों को लेकर मैराथन बैठकें कर रहा था। विभाग में कमल नाथ सरकार के कार्यकाल के दौरान पुराने टेंडरों में की गई 30 से 40 फीसद तक की सप्लीमेंट्री बढ़ोतरी, विभागीय पदोन्नति और तबादलों को लेकर कई शिकायतें थीं। मंत्री समूह ने भी इन गड़बड़ियों को लेकर विभाग के नवनियुक्त प्रमुख सचिव से रिपोर्ट तलब की थी।

अब बदले जाएंगे चीफ इंजीनियर

विभागीय मुखिया प्रमुख अभियंता आरके मेहरा को हटाया जाना अपेक्षित था क्योंकि उन्हें पूर्व मंत्री सज्जान सिंह वर्मा का करीबी माना जाता है। मेहरा के बाद विभाग में अब चीफ इंजीनियरों पर गाज गिराने की तैयारी है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अब चीफ इंजीनियरों के प्रभार क्षेत्र भी बदले जाएंगे।

भाजपा ने दी थी गोपनीय रिपोर्ट

इस बदलाव के पीछे भाजपा संगठन की प्रमुख भूमिका बताई जा रही है क्योंकि 1 महीने संगठन ने विभाग की गड़बड़ियों को लेकर गोपनीय रिपोर्ट तैयार कराकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपी थी। इसके बाद मंत्री समूह को सभी निर्माण विभागों के कामकाज की समीक्षा का काम सौंपा गया है।समय के पहले खत्म की संविदा नियुक्तिलोक निर्माण विभाग के नए प्रमुख अभियंता बनाए गए सीपी अग्रवाल 2018 तक विभाग के सचिव रह चुके हैं। उस दौरान उन्हें विभाग के कामकाज को पटरी पर लाने का श्रेय था। उसके बाद अग्रवाल को मुख्य तकनीकी परीक्षक बनाया गया।

परियोजना क्रियान्वयन इकाई में तीन साल से संचालक के पद पर विजय सिंह वर्मा को संविदा नियुक्ति दी जा रही थी। कमल नाथ सरकार ने उनकी संविदा नियुक्ति 1 साल की बढ़ोतरी की थी। शिवराज सरकार ने उनकी नियुक्ति को बीच में ही खत्म कर विभाग के पूर्व प्रमुख अभियंता रहे अखिलेश अग्रवाल को कमान सौंप दी है।

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