ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के आने से पहले VIP ड्यूटी संभाल रहे झांसी रोड थाना के SI जगदीश गुप्ता को तेज रफ्तार वाहन कुचल गया। ट्रक का पहिया उनके सिर के ऊपर से होकर गुजरा है। जिस कारण मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
घटना रविवार रात झांसी रोड पर सिकरौदा तिराहा की है। जिस जगह सड़क हादसा हुआ है वह ब्लैक स्पॉट है। यहां बायपास पर शहर का ट्रैफिक क्रॉस होता है। जिस कारण अक्सर हादसे होते हैं। 45 दिन में यह तीसरी मौत है। सब इंस्पेक्टर जगदीश गुप्ता के लिए यह ड्यूटी जीवन की आखिरी VIP ड्यूटी बन कर रह गई।
शहर के झांसी रोड थाना में पदस्थ सब इंस्पेक्टर 58 वर्षीय जगदीश गुप्ता पुत्र बृजनंदन गुप्ता निवासी गोविंदपुरी मूल रूप से सरथना इटावा यूपी के रहने वाले हैं। जगदीश गुप्ता इससे पहले मुरैना के अंबाह थाना में पदस्थ थे। झांसी रोड थाना में वह 14 मार्च 2021 को आए थे। हर समय हर किसी की मदद के लिए तैयार रहने वाले जगदीश गुप्ता को रविवार रात VIP ड्यूटी दी गई थी। टीकमगढ़ से भाजपा नेत्री व पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ग्वालियर आ रही थीं। उमा भारती के लिए झांसी रोड पर सिकरौदा तिराहा पर VIP पॉइंट लगाया गया था।
SI जगदीश गुप्ता जवानों को ड्यूटी पर लगाने के बाद सिकरौदा तिराहा पर सड़क किनारे खड़े थे। तभी जौरासी घाटी की ओर से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक के चालक ने उन्हें कुचल दिया। इतना ही नहीं वाहन का पहिया उनके सिर से गुजर गया। जिस कारण मौके पर ही उनकी मौत हो गई। कुछ देर बाद जब उनके साथी वहां से निकले तो घटना का पता लगा। सूचना मिलते ही तत्काल बिलौआ थाना पुलिस और झांसी रोड थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर डेड हाउस पहुंचाया है। साथ ही बिलौआ थाना पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। सोमवार को SI के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
जगदीश गुप्ता घर में सबसे बड़े थे। उनके अलावा परिवार में पत्नी नीलम गुप्ता, भाई विनोद कुमार गुप्ता जो सनबैली स्कूल में टीचर हैं। उनके दो बेटे प्रशांत गुप्ता, अंकित गुप्ता हैं। वह अभी गोविंदपरी में रहते थे। उनके रिटायर्ड होने में 2 साल और शेष थे। वह सन 1983 में भर्ती हुए थे। 14 मार्च 2021 से झांसी रोड थाना में काम कर रहे थे।
जगदीश गुप्ता के बारे में बताते हैं कि वह थाना में अभी आए थे, लेकिन उनका व्यवहार इतना अच्छा था कि वह सभी से घुल मिल गए थे। किसी को कोई भी परेशानी होती थी तो वह सबसे पहले मदद के लिए खड़े दिखाई देते थे। अनुभव के आधार पर वह अपने अधीनस्थों की हमेशा मदद करते थे। उनके बारे में झांसी रोड थाना में पदस्थ सब इंस्पेक्टर संतोष सिंह भदौरिया ने बताया कि जगदीश गुप्ता उनके बड़े भाई जैसे थे। दोनों की आमने-सामने चेयर थी। रविवार शाम को ड्यूटी पर निकलते समय वह मुस्कराते हुए गए थे, लेकिन पता नहीं था कि वह उनकी आखिरी स्माइल होगी। हमने एक अच्छा पुलिसकर्मी व साथी खो दिया।