इंदौर में अस्पताल ने 12 साल पहले मर चुके व्यक्ति के हस्ताक्षर कर फर्जी कागज बनाए / INDORE NEWS

इंदौर। मध्य प्रदेश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के अस्पतालों में फर्श पर तो सफाई दिखती है परंतु व्यवहारिक तौर पर मरीजों का इलाज कम प्रबंधन द्वारा हाथ की सफाई ज्यादा दिखाई देती है। भर्ती हुए मरीज का इलाज करने के बजाय, बिल बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। एक और शिकायत सामने आई है। इसमें हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने कई डाक्यूमेंट्स में महिला के पति के हस्ताक्षर कर दिए जबकि उनकी मृत्यु तो 12 साल पहले ही हो चुकी है।

अस्पताल का वेंटिलेटर खराब था, BHMS डॉक्टर इलाज कर रहा था

रावजी बाजार थाना क्षेत्र में रहने वाले आदेश उर्फ त्रिलोक हार्डिया ने DIG को बैराठी कॉलोनी स्थित वेदांत हास्पिटल की शिकायत की है। आदेश ने डीआईजी को बताया कि 24 जुलाई को उनकी मां को अस्पताल में भर्ती किया था। अगले दिन उनकी मौत हो गई। जब परिजन ने हंगामा किया तो पता चला था कि उनका इलाज BHMS डॉक्टर कर रहा था। उसके VIDEO भी हमने बनाए। अस्पताल की वीडियो रिकार्डिंग पुलिस ने जब्त की, जिसे RTI में निकलवाया। वीडियो देखकर पता चला कि वहां का वेंटीलेटर भी खराब था। उसे दो घंटे तक ठीक करने का प्रयास किया जा रहा था।

इंदौर में अस्पताल प्रबंधन ने 12 साल पहले मर चुके पति के हस्ताक्षर कर दिए

अस्पताल प्रबंधन ने आदेश के हस्ताक्षर कई जगह पर फर्जी किए हैं। इसके अलावा उनकी मां को भर्ती करते वक्त पिता का नाम लिखा और उनकी साइन कर दी, जबकि आदेश के पिता की 12 साल पहले ही मौत हो चुकी है। 

इंस्पेक्टर भरत सिंह ने कहा हम जांच कर रहे हैं

परिजन का कहना है कि अस्पताल ने कई जगह खामियां की हैं, जो उनके पास वीडियो और आरटीआई में लिए कागजो में मिले हैं। इसकी वे 12 से ज्यादा बार शिकायत कर चुके हैं। अभी तक इसकी जांच ही शुरू नहीं हुई है। उधर, जूनी इंदौर टीआई भरत सिंह ठाकुर का कहना है कि इसकी जांच चल रही है। वहीं DIG हरिनारायणचारी मिश्र ने इसकी जांच के लिए फिर से जूनी इंदौर थाने को लिखा है। 

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