ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में कमलाराजा हॉस्पिटल में डॉक्टरों का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां शनिवार शाम दो महिलाओं की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा हो गया। महिलाओं के परिवारवालों को डॉक्टरों ने अस्पताल में दौड़ा-दौड़ाकर डंडों से पीटा। इस दौरान कंपू थाना पुलिस भी मौजूद थी। बीच-बचाव करने पर पुलिस से भी झूमाझटकी हुई।
सूचना के बाद पुलिस फोर्स और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी अस्पताल पहुंच गए। इसके बाद भी डॉक्टरों के तेवर कम नहीं हुए। मारपीट के बाद उन्होंने अपनी ही सुरक्षा की मांग कर डाली। पिटने वाले लोगों का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने मौत के बाद डेथ सर्टिफिकेट की मांग की थी। डॉक्टरों की मारपीट का वीडियो वहां मौजूद किसी युवक ने बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
JAH समूह का कमलाराजा हॉस्पिटल एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं, बल्कि डॉक्टरों की मनमानी और उनके परिवार वालों पर डंडे बरसाना कारण है। अस्पताल के थर्ड फ्लोर फीमेल वार्ड में भर्ती एक महिला मरीज की शनिवार शाम मौत हो गई। मौत होने पर परिवार वाले नाराज हुए। आरोप था कि डॉक्टर ने ऑक्सीजन ठीक तरह से और समय पर नहीं लगाई। इस पर मौजूद डॉक्टर बहस करने लगे।
परिजन कुछ ज्यादा गुस्सा हुए, तो डॉक्टरों ने पुलिस बुला ली। कंपू थाना से एसआई महेन्द्र कुमार पहुंचे। इसी समय पास के ही रूम में एक गुप्ता परिवार की रजनी नाम की महिला भर्ती थी। महिला की हालत नाजुक थी। इसी बीच रजनी गुप्ता की भी मौत हो गई। डॉक्टरों ने तुरंत शव ले जाने के लिए कहा। गुप्ता परिवार ने डेथ सर्टिफिकेट मांग लिया। वहां मौजूद डॉक्टरों का कहना था, डीन ने उनको कोई भी कागज देने से मना किया है। इस पर बहस होने लगी। डॉक्टर गुस्से में आ गए।
कुछ देर में बहस झगड़े में बदल गई। वहां मौजूद डॉक्टर ने कॉल कर साथियों को बुला लिया। वहां कई जूनियर डॉक्टर हाथों में डंडे लेकर पहुंच गए। मृतक महिला के भाई, बहन और अन्य परिजन को डंडों से पीटा गया। इतना ही नहीं, अस्पताल में डॉक्टर हंगामा करते हुए नजर आए और परिजन को पीटते रहे।
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के सामने भी तेवर नहीं हुए कम
इसके बाद, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अन्य पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के साथ पहुंच गए। उनके सामने भी डॉक्टरों के तेवर कम नहीं हुए। पुलिस की निगरानी में पीड़ित परिवार वहां से शव ले जा सके। मारपीट के बाद डॉक्टरों ने ऊर्जा मंत्री के सामने खुद की सुरक्षा की मांग कर डाली।