भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से विधायक, पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री आरिफ अकील की तबीयत काफी खराब बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि उनके ब्रेन में ब्लड क्लोटिंग हुई है। श्री अकील को चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया है। श्री आरिफ अकील मुस्लिम समाज के प्रतिष्ठित नेताओं में से एक हैं। आरिफ के भाई का कहना है उनकी हालत अभी पहले से बेहतर है। समर्थकों को चिंता करने की ज़रूरत नहीं हैं। जल्द ही वो स्वस्थ होकर हम सभी के बीच मौजूद होंगे।
आरिफ अकील ने 1990 में निर्दलीय चुनाव जीतकर जन समर्थन साबित किया था
आरिफ अकील भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से लगातार 1998 से जीतते आ रहे हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत छात्र नेता के तौर पर की थी जब 1977 में वो एनएसयूआई के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उसके बाद लंबा वक्त बीता और 1990 में पहली बार निर्दलीय के तौर पर विधायक चुने गए। 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद 1993 में हुए विधानसभा चुनाव में वो बीजेपी के रमेश शर्मा से हार गए थे।
1998 के बाद से जीत का सिलसिला जारी
1998 का विधानसभा चुनाव वो कांग्रेस के टिकट पर लड़े और इस बार उन्होंने अपनी पिछली हार का बदला बीजेपी के रमेश शर्मा को हराकर ले लिया। उसके बाद से अकील की जीत का सिलसिला जारी है। आरिफ अकील अपने इलाके के बेहद लोकप्रिय नेता हैं। जनता से उनका सीधा संवाद रहता है। इलाके के लोगों की कोई भी समस्या हो वो सीधे आरिफ भाई से मिलता है और उसकी समस्या का समाधान भी होता है।
आरिफ अकील: B.ed और एलएलबी पास लेकिन जमीन से जुड़े नेता
आरिफ अकील कहते हैं मेरे पास आने वाला फरियादी मेरा होता है, इसलिए उसकी परेशानी दूर करना मेरी पहली ज़िम्मेदारी है। आरिफ अकील बीएड, एलएलबी तक पढ़ें हैं और खुद को किसान और वकील बताते हैं। घर में उनकी पत्नी सारिया,एक बेटी और 3 बेटे हैं।