देशहित में सरकारी कर्मचारियों को राजनीतिक स्वतंत्रता देनी चाहिए / MY OPINION by Dr. pravesh singh Bhadouriya

अंग्रेजी हुकूमत की एक विशेषता थी कि वो अपने खिलाफ उठने वाली आवाज को बर्दाश्त ही नहीं कर पाते थे। वे चाहते थे कि भारत "अंग्रेजी हुकूमत" से तो आजाद हो लेकिन उनके काम करने के तरीकों से नहीं। यही कारण है कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी "सरकारें" अपनी आलोचना सुनना ही नहीं चाहती हैं। सरकारी कर्मचारी/अधिकारी आज भी सिर्फ "यस बॉस" का पुतला बनकर रह गया है। 

संविधान द्वारा प्रदत्त "मूलभूत अधिकारों" में शामिल "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार" आखिर संविधान के किस अनुच्छेद से वापस लिया गया है, यह ना कोई संविधान विशेषज्ञ बताते हैं और ना ही न्यायालय। हर बात एक "कॉन्ट्रैक्ट" पर टिकी होती है जिसे हर बेरोजगार व्यक्ति ना चाहते हुए भी भरता है कि वो "किसी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं हो सकता है।"

हालांकि यह बात केंद्रीय विश्वविद्यालयों पर पूरी तरह से लागू नहीं होती है। तो क्या यह कहना सही होगा कि केंद्र की सरकार राज्य की सरकारों की तुलना में ज्यादा लिबरल हैं? असल में सरकार में बैठे लोग "दरबारी व्यक्ति" को ही ज्यादा पसंद करते हैं। वे नहीं चाहते कि सरकारी कर्मचारी स्वयं की बुद्धि का उपयोग करें। यही कारण है कि हम रिसर्च एंड डेवलपमेंट में भी बाकि राष्ट्रों से बहुत पीछे हैं।

अतः सरकार को राष्ट्र की प्रगति के लिए सरकारी कर्मचारियों को राजनीतिक स्वतंत्रता देनी चाहिए वैसे भी यदि वो आलोचना भी करेंगे तो उससे जनता की ही भलाई होगी।

03 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

MP BOARD 10th-12th सप्लीमेंट्री एग्जाम का ऑफिशियल नोटिफिकेशन
लैपटॉप की चार्जर में यह काले चूहे जैसा उपकरण क्या होता है
अब बिना OTP के नहीं मिलेगा रसोई गैस सिलेंडर
COLLEGE EXAM को लेकर UGC ने फिर से बयान जारी किया
दुनिया का पहला इमोजी किसने और क्यों बनाया, यहां पढ़िए
भारत की शिक्षा नीति 2020 में शिक्षकों और B.Ed कोर्स में बड़े बदलाव
मध्यप्रदेश में अब कोई लॉकडाउन नहीं किया जाएगा: मुख्यमंत्री
भोपाल की हाई प्रोफाइल शादी के 250 बरातियों में से 48 लोग कोरोना पॉजिटिव
भोपाल से इटारसी तक 5 सुरंगे बनेंगी, हाई स्पीड ट्रेन चलाई जाएंगी
कोरोना पॉजिटिव कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा के सवाल उन्हीं के सामने आकर खड़े हो गए
ग्वालियर कलेक्टर से मुख्यमंत्री खुश लेकिन मुख्य सचिव असंतुष्ट
उत्तरप्रदेश में महिला कैबिनेट मंत्री की कोरोनावायरस के कारण मौत
ग्वालियर में स्वास्थ्य कर्मचारी मिथुन के खिलाफ रेप का मामला दर्ज
HERO का नया Electric स्कूटर मात्र ₹2999/m में

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !