मध्य प्रदेश के सरकारी ऑफिसों में 33-50% का फार्मूला, प्राइवेट ऑफिस 7 दिन बंद होंगे / MP CORONA NEWS

भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी शासकीय कार्यालयों में 33-50% कर्मचारियों का फार्मूला लागू कर दिया है। यानी किसी भी कार्यालय में 50% से अधिक कर्मचारियों की उपस्थिति नहीं हो सकती। 

प्राइवेट ऑफिस का कर्मचारी पॉजिटिव मिला तो 7 दिन बंद

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संक्रमणमुक्त जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों में राज्य एवं केन्द्र सरकार के सभी कार्यालय 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित किए जाएंगे, अधिकारी शत-प्रतिशत आएंगे। निजी कार्यालय एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान भी 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत क्षमता में संचालित होंगे। निजी दफ्तर तथा व्यापारिक संस्थानो में कोई कोरोना पॉजीटिव मिलने पर उसे 7 दिन के लिए बंद कर दिया जाएगा। बताते चलें कि आज की तारीख में मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया है।

जबलपुर में एडिशनल कमिश्नर की शादी में शामिल सभी अधिकारी/ कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही होगी 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि यदि कोई अधिकारी-कर्मचारी मास्क नहीं लगाता है, फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करता है अथवा अन्य तरीके से कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन करता है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। जबलपुर में एक शादी समारोह में कुछ शासकीय अधिकारियों द्वारा गाइड लाइन का उल्लंघन किए जाने को मुख्यमंत्री ने अंत्यत गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिए कि उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए, उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।

कम से कम 15 जिलों में होगा 2 दिन का लॉक डाउन 

मध्य प्रदेश के कम से कम 15 जिलों में 2 दिन का लॉक डाउन होगा। भोपाल-इंदौर के अलावा ग्वालियर, मुरैना, उज्जैन, जबलपुर, सागर, खंडवा, खरगोन, देवास, मंदसौर, धार, शिवपुरी, शाजापुर, टीकमगढ़ और राजगढ़ में 2 दिन का साप्ताहिक लॉकडाउन सुनिश्चित है। इनके अलावा भिंड, बड़वानी और दतिया तीन ऐसे जिले हैं, जहां स्थिति तत्काल नियंत्रित नहीं की गई तो 2 दिन का लॉक डाउन सुनिश्चित है।

'बुरहानपुर मॉडल' को अपनाएं बाहर से आने वालों पर पैनी नजर रखें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बॉर्डर जिला होने के बावजूद बुरहानपुर ने कोरोना संक्रमण रोकने में जो कार्य किया है वह सराहनीय है। अन्य सभी जिले, विशेष रूप से अन्य राज्यों के सीमावर्ती जिले, बुरहानपुर मॉडल को अपनाएं। बुरहानपुर ने दूसरे राज्य से तथा संक्रमित क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों की मॉनीटरिंग का अच्छा सिस्टम बनाया और उन्हें उनके घरों में 14 दिन तक क्वारेंटाइन किया। इससे संक्रमण रोकने में काफी मदद मिली।

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