शिक्षक दिवस" पर घोषणा के बजाय पूर्व घोषित "पदनाम" के आदेश जारी होना चाहिए / Khula Khat

माननीय शिवराजसिंह जी चौहान, मुख्यमंत्री महोदय मप्र शासन भोपाल, पदनाम को लेकर आपके व अन्य माननीयों द्वारा एकाधिक बार घोषणा पूर्व वर्षों में की गई थी। इनके पालन में आदेश अद्यपर्यंत जारी नही होने से शिक्षक कर्मचारियों में भारी नाराजगी व आक्रोश व्याप्त हैं। 

"मप्र तृतीय वर्ग शास कर्मचारी संघ" आपसे आग्रह व अपेक्षा करता है कि इस बार 05 सितम्बर 2020 को ऐसी कोई घोषणा न की जाए जिसके आदेश वर्षों तक जारी न हो सके। बस इतनी कृपा करने का कष्ट करे कि पूर्व घोषणा के पालन में योग्यता धारी क्रमोन्नत वेतनमान प्राप्त शिक्षक कर्मचारियों को अनार्थिक मांग "पदनाम" के आदेश प्रसारित कर इनके मान सम्मान की रक्षा कर दीजिएगा। 

आपकी घोषणा के अनुरूप आदेश प्रसारित न होने से हजारों हजार शिक्षक कर्मचारी 30-40 वर्ष तक उसी पद से व्यथित व मायुस होते हुए बगैर "पदोन्नति व पदनाम" के सेवानिवृत्त हो चुके है जिस पद पर नियुक्त हुए थे। यह सिलसिला अनवरत जारी है। "पदनाम" के आदेश इस शिक्षक दिवस पर जारी होते है तो, यह एक एतिहासिक व यादगार "शिक्षक दिवस" के रूप में सदैव याद रखा जाएगा।
कन्हैयालाल लक्षकार 
प्रांतीय उपाध्यक्ष, मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ 

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