बड़े दिनों के बाद एक अच्छी खबर ? | EDITORIAL

राकेश दुबे@प्रतिदिन। प्रदेश और देश के कुछ हिस्सों में कल हुई छुटपुट प्री मानसून वर्षा कई दिनों के बाद एक अच्छी खबर लाई है कि  इस बार मानसून पिछले साल से बेहतर रहेगा। भारत जैसे देश के लिए अच्छा मानसून वरदान होता है। इस अच्छी खबर से जुडी दो खबरें और हैं मानसून अच्छा तो फसल अच्छी और फसल अच्छी तो किसान  सुखी। इसमें से किसान इन दिनों दुखी होकर आन्दोलन पर है। बम्पर फसल इन दिनों किसान को सुखी नहीं करती और सरकार कुछ प्रभावी कर भी नहीं पाती। मौसम विभाग के मुताबिक, पूरे देश में जून से सितंबर के दरम्यान मानसून 96 से 104 फीसदी बरसेगा। 2017 में देश में 97 फीसदी वर्षा दर्ज की गई थी जो सामान्य मानी जाती है। थोड़ी बारीकी से देखें तो इस ‘सामान्य’ और ‘बेहतर’ मानसून की भविष्यवाणी में भी चिंता के पहलू बने हुए हैं। 

जैसे जून से सितंबर के बीच 96 से 104 प्रतिशत वर्षा को सही मान लें तब भी यह सवाल बचा रहता है कि किन इलाकों में कब और कितनी बारिश होगी। यह भी कि अच्छी बारिश की इस संभावना के पीछे किसी खास क्षेत्र में अतिवृष्टि तो दूसरे क्षेत्र में अनावृष्टि की आशंका तो नहीं छिपी हुई है? मौसम विभाग ने इन आशंकाओं को भी अपने अनुमान में शामिल करते हुए बताया है कि पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में मानसून ‘सामान्य से कम’ हो सकता है, लेकिन बाकी पूरे देश में ऐसा नहीं होना चाहिए। ऐसे ही जुलाई में मजबूत मानसून देखने के बाद देश अगस्त में सामान्य से कम मानसून का गवाह बन सकता है, लेकिन राहत की बात यह है कि मौसम विभाग ने मिला-जुला कर पूरे देश के स्तर पर इस साल मानसून की संभावना को पिछले साल से बेहतर बताया है। 

सच में गर्मी से तपते लोगों के लिए यह एक अच्छी खबर है और शेयर बाजार भी इसको अपने लिए राहत के तौर पर देख सकते हैं। खेती-किसानी से जुड़े लोगों को तो मानसून की कृपादृष्टि बाग-बाग कर ही देती है, परन्तु मूल्य बराबर न मिलने पर किसान फसल जानवरों को भी चरा देते हैं । कुछ क्षेत्रों में समस्या झेल रही अर्थव्यवस्था के लिए भी अच्छे मानसून की खबर एक बड़ा सहारा बन सकती है। इन सबके अलावा एक और खास बात यह है कि यह चुनावी साल है और मानसून पर अन्य तमाम लोगों के अलावा राजनीतिक दलों के नेताओं की भी निगाहें लगी  हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेल के बढ़ते भाव भले सरकार का बीपी बढ़ा रहे हों, पर अच्छे मानसून की खबर से उसे भी राहत मिलेगी।
श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क  9425022703        
rakeshdubeyrsa@gmail.com
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