MP TET VARG-3 Topic - बाल विकास का अधिगम से संबंध, Relation of child development with Learning

जैसा कि हमने अपने पिछले आर्टिकल्स से जाना कि विकास और अधिगम (Development and Learning) परस्पर संबंधित है। इसी प्रकार बाल विकास भी अधिगम से संबंधित है। इसीलिए बालक के विकास की अवस्थाएं भी अधिगम को प्रभावित करेंगी या कहें कि अधिगम, बाल विकास की अवस्था के अनुसार ही होगा। 

इसे हम एक उदाहरण से समझ सकते हैं जैसे-  यदि कोई बच्चा एक साल तक बोलना नहीं सीखा तो हम कहते हैं कि अरे! यह अभी तो  अभी तक बोलना भी नहीं सीखा!!  यानी कि उसका अधिगम (Learning) उसकी बाल विकास की अवस्था के अनुसार नहीं हो रहा है। या कभी कोई बच्चा अपनी अवस्था से पहले ही कोई काम करना सीख जाता है. जैसे-  कोई  बच्चा अपनी उम्र से पहले ही चलना सीख जाए या उम्र से पहले ही बोलना सीख जाए ,तो हम कहते हैं की अरे! यह तो तेजी से ग्रोथ कर रहा है। यानी कि उसका अधिगम (Learning)  बाल विकास की अवस्था से पहले ही हो रहा है। 

अधिगम के प्रकार- Types of Learning

जैसा कि हम जानते हैं कि एक बच्चा जन्म से पूर्व ही सीखना शुरू कर देता है। इस अवस्था (प्रसव पूर्व) में बालक एक निष्क्रिय अधिगमकर्ता है (Passive Learner) है  जिसका अधिगम में कोई खास योगदान नहीं होता, बस वह तो अपने आसपास के परिवेश (माँ के गर्भ) के अनुसार ही सीखता है। इस अवस्था में उसके मां के शरीर का शारीरिक, मानसिक और हर प्रकार का स्वास्थ्य बच्चे के अधिगम और विकास को प्रभावित करेगा परंतु यह निष्क्रिय अधिगम (Passive Learning) कहलायेगा। 

परंतु जन्म के तुरंत बाद ही वह बच्चा सक्रिय अधिगम (Active Learning) करना शुरू कर देता है और धीरे-धीरे अवस्थाओं के अनुसार अपना टारगेट अचीव करने लग  जाता है। जैसे - 3 महीने में गर्दन को साधने लगता है, 6 महीने में पेट के बल रेंगने लगता है, 9- 10 महीने में घुटनों पर चलना सीख जाता है और लगभग एक साल के अंदर - अंदर ही बोलना और अपने पैरों पर चलना भी सीख जाता है। किसी-किसी बच्चे में यह अवस्थाएं थोड़ा बहुत बदल भी जाती हैं। 

परंतु इसके बाद ना विकास रुकता और ना अधिगम। इसके बाद भी आगे की अवस्था जैसे -बाल्यावस्था, किशोरावस्था, प्रौढ़ावस्था में भी विकास और अधिगम दोनों साथ-साथ चलते ही रहते हैं। इस प्रकार हमारा भी विकास और अधिगम होता जा रहा है और अब हम अपने अगले टॉपिक "विकास को प्रभावित करने वाले कारक" तक पहुंच जाएंगे।

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अस्वीकरण: सभी व्याख्यान उम्मीदवारों को सुविधा के लिए सरल शब्दों में सहायता के लिए प्रस्तुत किए गए हैं। किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते एवं अनुशंसा करते हैं कि आधिकारिक अध्ययन सामग्री से मिलान अवश्य करें।

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