MP TET VERG-3 TOPIC- अधिगम part-2

तो जैसा कि हमने अपने पिछले आर्टिकल अधिगम में जाना कि अधिगम विकास की ही तरह जीवन पर्यंत (Lifelong) चलने वाली प्रक्रिया है। तो चलिये जो आज हम उसी के आगे अधिगम की कुछ विशेषताओं को जानेंगे। 

अधिगम की विशेषताएं - C haracteristics of  Learning

आज हम अधिगम की 5 प्रमुख विशेषताओं या गुणों को जानेंगे। आपने कहावत सुनी ही होगी की "Rom was not built in a Day"  यानी की कोई भी बड़ा काम एक दिन में ही नहीं हो जाता।

अधिगम निरंतर होता है - Learning is Continuous

इसी प्रकार अधिगम या सीखना भी एक दिन में नहीं हो सकता। यह एक सतत और निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। इसीलिए हम रोज पढ़ते हैं, रोज स्कूल जाते हैं, एक ही दिन में सारा कुछ नहीं पढ़ सकते यानी की बूंद- बूंद करके ही घड़ा भरना होता है, एक  दिन में सारा कुछ नहीं सीखा जा सकता। 

अधिगम समायोजन में होता है - Learning is with Coordination

परंतु किसी एक्सेप्शनल केस में कोई व्यक्ति बहुत जल्दी सीख रहा है, तो उसके पीछे  उसका कोई एक्सपीरियंस हो सकता है या उसका IQ level high हो सकता है परंतु धीरे-धीरे कोआर्डिनेशन में सीखने में समय लगता है।

अधिगम रैखिक नहीं है - Learning is not linear

अधिगम  या सीखना रैखिक  (linear)  ना होकर कुंडलित (Spiral) होता है।  एक सीधी रेखा में सीखने के बाद हमको पीछे पलट कर देखना होता है और फिर आगे बढ़ना होता है। फिर कुछ सीखना होता है, फिर पीछे पलटना होता है, फिर आगे बढ़ना होता है इसी को Spiral Learning कहते हैं। 

अधिगम सार्वभौमिक होता है - Learning is Universal 

इसके अलावा अधिगम या सीखना सार्वभौमिक या (Universal)  होता है यानी पूरी दुनिया में एक जैसा ही होता है। यानी कि किसी भी समय किसी भी जगह सीखा जा सकता है।

अधिगम उद्देश्यपूर्ण होता है - Learning is Goal Oriented

सीखने के लिए किसी भी प्रकार का उद्देश्य या मोटिवेशन जरूरी होती है। बिना उद्देश्य के हम कुछ भी नहीं सीख सकते।  अधिगम के दोनों टॉपिक से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Mcq) हम अगले आर्टिकल में देंगे।

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