भोपाल। मप्र के भोपाल के रातीबड़ इलाके में 12वीं का छात्र सल्फास खाकर अपनी दुकान पर पहुंचा। बड़े भाई ने उसकी आंखें लाल देख उससे पूछा। भाई क्या हो गया? इससे पहले कि वह कुछ बोलना चाहता था पर उसकी जुबान लड़खड़ाने लगी और फिर उसे उल्टियां होने लगीं। परिजन उसे फौरन अस्पताल ले गए, जहां तड़के करीब 4 बजे उसकी मौत हो गई। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों के भी बयान नहीं हो पाए हैं। ऐसे में खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
रातीबढ़ पुलिस थाने के विवेचना अधिकारी संतोष ने बताया कि जगन्नाथपुरी रातीबढ़ निवासी दीप सिंह की नीलबड़ में हार्डवेयर की शॉप है। रविवार दोपहर करीब 3 बजे दुकान पर उनका बड़ा बेटा कृष्णपाल सिंह था। इसी दौरान 12वीं में पढ़ने वाला उनका 18 वर्षीय छोटा बेटा रवि दुकान पर पहुंचा। उसकी हालत कुछ खराब दिख रही थी। आंखें लाल हो रही थी। कृष्णपाल ने रवि से आंखें लाल होने का कारण पूछा। इस पर रवि कुछ बोलने की कोशिश करने लगा, लेकिन बोल नहीं पाया। उसे उल्टियां होने लगी। इससे घबराकर कृष्णपाल दुकान के पीछे बने घर से परिजनों को बुला लाया।
फौरन ही वे उसे शाहपुरा स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। उसे आईसीयू में रखा गया। तड़के करीब 4 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के चाचा जसवंत ने पुलिस को बताया कि अभी ऐसा कोई भी मामला या परेशानी नहीं थी, जिसके कारण रवि परेशान रहा हो। हम सब साथ में ही रहते थे। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इसी साल रवि 11वीं पास कर 12वीं क्लास में आया था। उसने किसी को कुछ बताया ही नहीं है।