भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोनावायरस से संक्रमित होकर मरने वालों के अंतिम संस्कार के लिए आरक्षित किए गए श्मशान घाट (भदभदा विश्राम घाट) पर पिछले 8 दिनों में 132 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है। पहले यहां प्रतिदिन औसत 5 शवों को अंतिम संस्कार के लिए लाया जाता था परंतु अब यह औसत 14 शव प्रतिदिन हो गया है।
भोपाल के अस्पतालों में हर रोज औसत 14 मौतें हो रही हैं
खबर के मुताबिक पिछले 8 दिनों से भदभदा विश्राम घाट पर हर दिन 10 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों का शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं। पिछले 8 दिनों का औसत 14 अंतिम संस्कार प्रतिदिन है। बताया जा रहा है कि इनमें भोपाल के अलावा बीना, ललितपुर के रहने वाले लोगों का भी शव शामिल है। ये सभी लोग कोरोना इलाज के लिए राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किए गए थे। इसका एक निष्कर्ष यही निकलता है कि भोपाल के अस्पतालों में हर रोज औसत 14 लोगों की मौत हो रही है।
भदभदा विश्राम घाट पर इतने शव आ रहे हैं कि लकड़ियां खत्म हो गई
भदभदा विश्राम घाट समिति के एक पदाधिकारी ने बताया कि अधिक संख्या में आ रहे शवों की वजह से लकड़ी की खपत बढ़ गई है। जिसकी वजह से गोदाम में गुरुवार शाम तक करीब 100 क्विंटल लकड़ी का ही स्टॉक बचा है। इससे अधिकतम 25 शवों का अंतिम संस्कार हो सकता है। क्योंकि एक शव के अंतिम संस्कार में औसतन 4 क्विंटल लकड़ी का उपयोग होना है।