नई दिल्ली। भारत सरकार ने निर्देशित किया है कि देश में स्थापित किए गए कोविड सेंटर या फिर क्वॉरेंटाइन सेंटर मैं भर्ती किए गए मरीजों को स्मार्टफोन, टेबलेट एवं लैपटॉप आदि कम्युनिकेशन के साधन इस्तेमाल करने से ना रोकें। यदि मरीज अपने परिवार एवं मित्रों के संपर्क में रहेंगे तो उनके स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ेगा। दरअसल, मरीजों के परिजनों की तरफ से इस तरह की शिकायतें मिल रही थी कि कुछ अस्पतालों में कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों को स्मार्टफोन उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जा रही थी।
मरीज की मनोवैज्ञानिक जरूरतों का ध्यान रखना चाहिए
स्वास्थ्य मंत्रालय में स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. राजीव गर्ग ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के प्रधान सचिवों को पत्र लिख कर कहा कि यंत्रों को संक्रमण मुक्त करने और मरीजों और परिवारों के बीच संपर्क के लिए एक समय सीमा निर्धारित करने के वास्ते अस्पताल उचित नियम बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न अस्पतालों के कोरोना वार्ड तथा आइसीयू में भर्ती मरीजों की मनोवैज्ञानिक जरूरतों का प्रशासनिक तथा चिकित्सकीय दलों को ध्यान रखना चाहिए।
कोरोना पीड़ितों को स्मार्टफोन उपयोग करने की आजादी है: स्वास्थ्य मंत्रालय
यह पत्र 29 जुलाई को जारी हुआ। जिसमें कहा गया, "समाज से संपर्क मरीज को शांत रख सकता है और उसे चिकित्सा दे रहे दल के मनोवैज्ञानिक सहयोग को भी बढ़ा सकता है। कृपया सभी को निर्देश दें कि वे रोगी क्षेत्र में स्मार्टफोन और टैबलेट रखने की अनुमति दें ताकि मरीज अपने परिवार और दोस्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंस कर सकें।"
गर्ग ने कहा,"हालांकि वार्डों में मोबाइल फोन रखने की अनुमति है जिससे मरीज अपने परिवार के साथ संपर्क में रह सकें लेकिन हमें कुछ राज्यों से मरीजों के परिवारों से प्रतिवेदन प्राप्त हुए हैं कि अस्पताल प्रशासन मोबाइल फोन रखने की अनुमति नहीं दे रहे हैं और इसकी वजह से वे मरीज के संपर्क में नहीं रह पा रहे हैं।"
04 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार
मध्यप्रदेश में अब कोई लॉकडाउन नहीं किया जाएगा: मुख्यमंत्री
अब बिना OTP के नहीं मिलेगा रसोई गैस सिलेंडर
ग्वालियर में 17 साल के लड़के ने 20000 रईसों को 1.5 करोड़ का चूना लगा डाला
COLLEGE EXAM को लेकर UGC ने फिर से बयान जारी किया
भोपाल पुलिस और ICICI BANK की चूक के कारण निर्दोष नागरिक बलात्कार के मामले में जेल की सलाखों तक पहुंच गया
कर्मचारियों के लिए नए महंगाई भत्ते का कैलकुलेशन शुरू, पढ़िए कितने प्रतिशत बढ़ेगा
MP BOARD 10th-12th सप्लीमेंट्री एग्जाम का ऑफिशियल नोटिफिकेशन
दवाई वाला कैप्सूल क्या प्लास्टिक से बना होता है, यहां पढ़िए
चॉकलेट की मजेदार कहानी: किसकी बेटी है, कब पैदा हुई, कहां बड़ी हुई और कब मिस वर्ल्ड बनी
भाजपा नेता का फोन आया तो कोरोना नेगेटिव को पॉजिटिव लिख दिया
HERO का नया Electric स्कूटर मात्र ₹2999/m में
असली स्टाम्प का दोबारा प्रयोग करने पर क्या FIR दर्ज हो जाएगी, यहां पढ़िए
DAVV INDORE: BEd, MEd और MPed एडमिशन के लिए गाइडलाइन और डेट चार्ट
दुनिया का पहला इमोजी किसने और क्यों बनाया, यहां पढ़िए
सीएम शिवराज सिंह चौहान की कोरोना रिपोर्ट फिर पॉजिटिव
सरकार को आपत्ति नहीं है शिक्षा विभाग ही शिक्षकों को दुश्मन बना बैठा है: संघ
कांग्रेस पार्टी में तनाव बढ़ता जा रहा है, बात सिर्फ सचिन पायलट की नहीं है
चिरायु अस्पताल में नई दुनिया के कोरोना पॉजिटिव पत्रकार की संदिग्ध मौत
अब बिना OTP के नहीं मिलेगा रसोई गैस सिलेंडर
ग्वालियर में 17 साल के लड़के ने 20000 रईसों को 1.5 करोड़ का चूना लगा डाला
COLLEGE EXAM को लेकर UGC ने फिर से बयान जारी किया
भोपाल पुलिस और ICICI BANK की चूक के कारण निर्दोष नागरिक बलात्कार के मामले में जेल की सलाखों तक पहुंच गया
कर्मचारियों के लिए नए महंगाई भत्ते का कैलकुलेशन शुरू, पढ़िए कितने प्रतिशत बढ़ेगा
MP BOARD 10th-12th सप्लीमेंट्री एग्जाम का ऑफिशियल नोटिफिकेशन
दवाई वाला कैप्सूल क्या प्लास्टिक से बना होता है, यहां पढ़िए
चॉकलेट की मजेदार कहानी: किसकी बेटी है, कब पैदा हुई, कहां बड़ी हुई और कब मिस वर्ल्ड बनी
भाजपा नेता का फोन आया तो कोरोना नेगेटिव को पॉजिटिव लिख दिया
HERO का नया Electric स्कूटर मात्र ₹2999/m में
असली स्टाम्प का दोबारा प्रयोग करने पर क्या FIR दर्ज हो जाएगी, यहां पढ़िए
DAVV INDORE: BEd, MEd और MPed एडमिशन के लिए गाइडलाइन और डेट चार्ट
दुनिया का पहला इमोजी किसने और क्यों बनाया, यहां पढ़िए
सीएम शिवराज सिंह चौहान की कोरोना रिपोर्ट फिर पॉजिटिव
सरकार को आपत्ति नहीं है शिक्षा विभाग ही शिक्षकों को दुश्मन बना बैठा है: संघ
कांग्रेस पार्टी में तनाव बढ़ता जा रहा है, बात सिर्फ सचिन पायलट की नहीं है
चिरायु अस्पताल में नई दुनिया के कोरोना पॉजिटिव पत्रकार की संदिग्ध मौत